चीन में मीडिया का वो सच जिसकी वजह से मुझे बाहर जाना पड़ा: बीबीसी संवाददाता की जुबानी
BBC
चीन छोड़ कर ताइवान जाने को मजबूर जॉन सडवर्थ ने बताया कि किस तरह बेरहमी से वहाँ पत्रकारों को उनका काम करने से रोका जा रहा है.
चीन में रिपोर्टिंग की भयंकर वास्तविकता अंत अंत तक मेरा पीछा करती रही. मेरा परिवार जब बिना किसी तैयारी के जैसे तैसे पैकिंग कर झटपट वहाँ से जाने के लिए एयरपोर्ट निकला, तब सादे कपड़ों में पुलिस घर के बाहर से ही हमारी निगरानी कर रही थी और यह हमारे चेक-इन किए जाने तक जारी रहा. उम्मीद के अनुसार ही अंत तक, चीन की प्रोपगैंडा मशीन अपने पूरे जोर पर रही, उसने इस बात को सिरे से ख़ारिज कर दिया कि चीन में मुझे किसी भी तरह के ख़तरे का सामना करना पड़ा, जबकि मैं उन ख़तरों को साथ के साथ पर्याप्त तरीके से स्पष्ट कर रहा था. "विदेश मंत्री ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी कि सडवर्थ की सुरक्षा को कोई ख़तरा है," कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण वाली ग्लोबल टाइम्स ने कहा, "सिवाए इसके कि 'फ़र्ज़ी ख़बरों' के लिए शिनजियांग के लोग शायद उन पर क़ानूनी कार्रवाई करते." ऐसे बयान वहाँ अदालती प्रणाली की वास्तविकता को दर्शाते हैं. और कम्युनिस्ट पार्टी की समर्थक मीडिया, एक स्वतंत्र अदालत के रूप में इसे पश्चिम देशों की एक ग़लत धारणा के रूप में ख़ारिज कर देता है.More Related News