चीन में 'मजबूत इच्छा शक्ति वाले सूअर' की मौत पर पसरा मातम, जानिए भूकंप से बच निकलने की कहानी
ABP News
14 साल की उम्र में मशहूर 'बहादुर' सूअर की मौत पर चीन में मातम पसरा है. लोगों के जेहन में प्रलयकारी भूकंप से जीवित बच रहने की उसकी कहानी ताजा हो गई है. 2008 में चीन के सिचुआन प्रांत में 7.9 तीव्रता के आए भूकंप में हजारों लोग की मौत हजारों लोग लापता हो गए थे. लेकिन, सूअर मलबे में बिना पानी और रोशनी के 36 दिनों तक जिंदगी और मौत से संघर्ष करता रहा.
चीन में एक सूअर की मौत पर मातम पसरा है. लाखों लोग शोक मना रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर हैशटैग चला रहे हैं. बुधवार को बुढ़ापा और थकान के कारण 14 साल की उम्र में उसकी मौत ने चीन में भावनाओं का सैलाब बहा दिया. 2008 में आए शक्तिशाली भूकंप के मलबे में 36 दिनों तक जीवित रहने के बाद उसकी पहचान राष्ट्रीय प्रतीक की बन गई. मलबे से जीवित निकाले जाने के बाद देश में उसने सुर्खियां बटोरी. उसकी अद्भुत कहानी ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा. एक सूअर की मौत पर चीन में पसरा मातमMore Related News