चीन की प्रशांत क्षेत्र के देशों पर पकड़ बनाने की कोशिश क्या नाकाम हो गई है?
BBC
प्रशांत द्वीप समूह के देशों ने चीन के प्रस्तावित समझौतों की कई बातों पर अपनी चिंता जताते हुए समझौते पर दस्तख़त करने से मना कर दिया था. उसके बाद इस इलाक़े को लेकर चीन की महत्वाकांक्षाओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
चीन के विदेश मंत्री वांग यी इन दिनों प्रशांत द्वीप समूह यानी प्रशांत महासागर में बसे देशों के मैराथन दौरे पर हैं. उनकी योजना एक पखवाड़े के भीतर बारी-बारी से इस इलाक़े के 10 देशों में जाकर व्यापार और सुरक्षा के व्यापक समझौतों को पूरा करने की थी.
इन महत्वाकांक्षी समझौतों में साइबर सुरक्षा से लेकर चीन की आर्थिक सहायता से खुलने वाली पुलिस ट्रेनिंग एकेडमी का प्रस्ताव था. साथ ही प्रशांत देशों के साथ चीन के सांस्कृतिक जुड़ाव को और गहरा बनाने जैसे कई मसले भी थे. इन सबका मुख्य लक्ष्य इस इलाक़े के साथ चीन के संबंधों को और गहरा बनाने का था.
लेकिन इस हफ़्ते कई देशों ने इन समझौतों की कई बातों पर अपनी चिंता जताते हुए दस्तख़त करने से इनकार कर दिया. उसके बाद, इन समझौतों को फ़िलहाल रोक दिया गया है.
ऐसे में क्या यह मान लिया जाए कि प्रशांत क्षेत्र से जुड़ी चीन की महत्वाकांक्षाएं कम से कम अभी के लिए विफल हो गई हैं?