
चारधाम सड़क परियोजना में पर्यावरण चिंताओं के बीच क्यों हुई चीन की चर्चा
BBC
चारधाम परियोजना में सड़क की चौड़ाई को लेकर लंबे समय से बहस छिड़ी हुई है. सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले की सुनवाई के बाद इस पर फिलहाल अपना फ़ैसला सुरक्षित रख लिया है. क्या है पूरा मामला?
चारधाम परियोजना में सड़क की चौड़ाई को लेकर लंबे समय से बहस छिड़ी हुई है. फिलहाल ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है और सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फ़ैसला सुरक्षित रख लिया है. लेकिन, सुनवाई के दौरान परियोजना को लेकर देश की रक्षा ज़रूरतों और पर्यावरण संबंधी चिंताओं के बीच एक बहस पैदा हो गई.
ये मुद्दा ऐसे समय में उठ रहा है जब संयुक्त राष्ट्र का जलवायु परिवर्तन सम्मेलन चल रहा है और जलवायु संकट से निपटने की कोशिशें जारी हैं. भारत ने भी जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भी अपनी कुछ प्रतिबद्धताएं ज़ाहिर की हैं.
पर्यावरण और विकास इन दोनों के बीच टकराव हमेशा से देखने को मिला है. विकास संबंधी ज़रूरतों के लिए सरकारों के अपने तर्क होते हैं और पर्यावरणविद धरती के बढ़ते तापमान और आपदाओं को लेकर चिंता जताते हैं.
ऐसी ही स्थिति चारधाम परियोजना को लेकर बनी हुई है. चारधाम परियोजना के तहत सड़क के चौड़ीकरण का मसला लंबे समय से विवाद में बना हुआ है.
फिलहाल इस मामले पर केंद्र सरकार और पर्यावरण पर काम करने वाले एनजीओ 'सिटिजंस ऑफ़ ग्रीन दून' आमने-सामने हैं और सुप्रीम कोर्ट को इस पर फैसला लेना है.