चाणक्य नीति: खुद से जुटाई सूचनाओं पर ही रखें सर्वाधिक भरोसा, इसके लिए करें जी तोड़ मेहनत
ABP News
Chanakya Neeti about Information : आचार्य विष्णुगुप्त चाणक्य स्वयं एकत्रित सूचनाओं को ही तरजीह दिया करते थे. इसके लिए स्वयं बहुरूपों मगध के विभिन्न प्रमुख स्थानों और गलियों में जाते थे.
आचार्य विष्णुगुप्त चाणक्य राजनीति के प्रकांड पंडित थे. महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पूर्व जरूरी जानकारियों को वे स्वयं जुटाना पसंद करते थे. उनके सभी निर्णय और प्रयास अचूक होते थे. इसके लिए स्वयं के शोध पर भरोसा रखते थे. वे स्वयं मगध की वीथियों, नाट्यरंग शालाओं और अन्य प्रमुख स्थलों पर भेष बदलकर घूमा करते थे. छोटे संकेतों से बड़ी संभावनाओं को जानने की क्षमता से ही वे मगध के राजप्रासाद तक पहुंच बनाने में सफल हो पाए थे. त़क्षशिला के सबसे लोकप्रिय शिक्षक होने, छात्रों और योद्धाओं की बड़ी संख्या होने के बावजूद वे अत्यंत थोड़े लोगों पर एक स्तर तक ही भरोसा करते थे. उनकी योजनाओं की क्रमबद्ध जानकारी ही लोगों को हो पाती थी. आज के दौर में सूचना शक्ति ‘इंर्फोमेशन इज पॉवर‘ के कॉन्सेप्ट को सबसे पहले समझने वाले वही आचार्य थे.More Related News