
चरणजीत सिंह चन्नी: पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री को कितना जानते हैं आप
BBC
राजनीतिक हलको में हर तरफ़ यही कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा के चार महीने पहले दलित कार्ड खेलने की कोशिश की है लेकिन इससे इस बात की अहमियत कम नहीं हो जाती कि पंजाब की राजनीति में ये एक ऐतिहासिक घटना है.
चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब में दलित समुदाय के पहले ऐसे नेता हैं जिन्हें राज्य के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने का मौक़ा मिल रहा है. वे सोमवार को 11 बजे शपथ लेने जा रहे हैं.
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफ़े के बाद कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए नवजोत सिंह सिद्धू, सुनील जाखड़, अंबिका सोनी और सुखजिंदर सिंह रंधावा के नामों पर अफवाहों का बाज़ार गर्म था. लेकिन कांग्रस हाई कमान ने पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी के नाम का एलान करके सबको चौंका दिया.
राजनीतिक हलकों में हर तरफ़ यही कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा के चार महीने पहले दलित कार्ड खेलने की कोशिश की है लेकिन इससे इस बात की अहमियत कम नहीं हो जाती कि पंजाब की राजनीति में ये एक ऐतिहासिक घटना है.
चमकौर साहिब विधानसभा से तीसरी बार विधायक बने चरणजीत सिंह चन्नी पहली पीढ़ी के राजनेता हैं. साल 2007 में चन्नी ने पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता था और वो भी स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें कांग्रेस में शामिल करा लिया. साल 2012 का विधानसभा चुनाव उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जीता.
कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में चन्नी टेक्नीकल एजुकेशन और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग, पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री थे.