
चंद्रशेखर: मजबूरी में देश का PM बनने वाले एक आम नागरिक
The Quint
Former PM Chandra Shekhar Singh Death Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री और समाजवादी नेता चंद्रशेखर सिंह की आज 15 वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है 15th death anniversary of former Prime Minister and socialist leader Chandrashekhar Singh is being celebrated.
चंद समय के लिए मजबूरी में देश का प्रधानमंत्री बने थे चंद्रशेखर (chandrashekhar) लेकिन उस मामूली कालखंड ने देश की आधी सदी की पॉलिटिक्स को बेहद प्रभावित किया है. वे कहते थे, जब तक दिल्ली से लोगों के दिलों की दूरी रहेगी तब तक सत्ता में बैठे लोग राजा और नवाब ही लगेंगे.सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति को आम लोगों की जीवन-दशा का अनुभव होना चाहिए. उन्होंने इसी तजुर्बे के लिए 4,260 किलोमीटर तक पदयात्रा की. एक आम नागरिक की तरह जिंदगी गुजारी. उनका रहन-सहन, पोषाक, आचार-व्यवहार ही सबकुछ बयां करते थे. वे खुद निर्माण कार्य देखने के लिए लकड़ी की सीढ़ी के सहारे छत पर चढ़ जाते थे. खूब पैदल चलते थे. खेतों में मजदूरों के साथ बातें कर देश की नब्ज टटोलते थे.वे जब पीएम बने थे, तब पूरा देश धधक रहा था. अर्थ व्यवस्था चौपट हो गई थी. उन पर जानकारी रखने वाले रामबालक राय या सलाहकार रहे हरिवंश (वर्तमान में राज्यसभा उपसभापति) की मानें तो कुछ दिन और वे रहते तो अयोध्या विवाद का हल टेबल पर ही ढूंढ़ लेते. दोनों पक्षों के लोगों को बुलाकर चंद्रशेखर ने दो टूक कहा था कि नहीं मानोगे तो बुक कर देंगे. गोलियां भी चलेंगी. किसी सीएम के कंधे का मैं इस्तेमाल नहीं करूंगा.दोनों पक्षों के लोगों को बुलाकर चंद्रशेखर ने दो टूक कहा था कि नहीं मानोगे तो बुक कर देंगे. गोलियां भी चलेंगी. किसी सीएम के कंधे का मैं इस्तेमाल नहीं करूंगा.ADVERTISEMENTसंयोग से चंद्रशेखर से मुझे कोयला नगर गेस्ट हाउस में मिलने का सौभाग्य हुआ था. बच्चा बाबू के सौजन्य से मैं मिला था. मेरे शरीर पर मेटल डिटेक्टर लगाने से जब आवा बंद नहीं होने लगी तब उन्होंने कहा हड्डी को लोहा बना लिए हो क्या? श्रद्धेय गुरुजी ब्रह्मदेव सिंह शर्मा ने मुझे एक प्रश्न लिखकर दिया था, 'आप इतने पॉपुलर हैं. पीएम रह चुके. फिर माफिया से ताल्लुकात क्यों?' गुस्से से लाल हो गए थे पूर्व पीएम. उन्होंने कहा, मीडिया को सिर्फ मसाला चाहिए. देश से कोई मतलब नहीं. उन्होंने कहा, देश की इकोनॉमी चौपट हो गई है. पूरी पूंजी चंद लोगों के हाथों में कैद हो जाएगी. जब मैंने पूछा, आप क्या कर रहे हैं? उन्होंने कहा, कोई सुसाइड करने जा रहा, उसे मना ही तो कर सकते हैं. चंद्रशेखर व्यक्तिगत संबंधों को राजनीति में नहीं लाते थे.ऐसे बन गए पीएमएक दिन अचानक आरके धवन उनके पास आ कर बोले कि राजीव गांधी आ...More Related News