चंदौली: 25 साल पहले बना स्कूल; बच्चे क्यों कीचड़ में गिरते-पड़ते-सनते आने-जाने मजबूर?
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ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से महज एक घंटे की दूरी पर बसे चंदौली जिले के मसौनी गांव का प्राइमरी विद्यालय है. इस प्राइमरी विद्यालय के चारों तरफ खेत हैं. खेतों में बरसात का पानी है, और जिनके खेत हैं उन्होंने इसमें धान लगा दिया है, खेतों की ये मेढ़ है, और यही मेढ़ इस स्कूल तक पहुंचने का रास्ता है. इस रास्ते को पार करते बच्चे कई बार वो संभलते हैं, कई बार गिरते हैं, कीचड़ से सन कर जाते हैं, कीचड़ से सनकर आते हैं. कैसे न टूट जाए हाथ, रास्ता नहीं है फिसलन है, किसी का भी बैलेंस बिगड़ सकता है, कोई भी गिर सकता है. देखें चंदौली से ये रिपोर्ट.
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