![घोसी उपचुनाव में हार के बाद BJP ने बदली रणनीति, OBC वोट के लिए बनाया ये 'माइक्रो प्लान'](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202309/bjp_obc-sixteen_nine.jpg)
घोसी उपचुनाव में हार के बाद BJP ने बदली रणनीति, OBC वोट के लिए बनाया ये 'माइक्रो प्लान'
AajTak
घोसी उपचुनाव में हार के बाद बीजेपी अलर्ट मोड में आ गई है. बीजेपी ने यूपी की सभी 80 सीटें जीतने के लिए अब नए सिरे से रणनीति पर मंथन शुरू कर दिया है. बीजेपी ने ओबीसी मतदाताओं को अपने साथ जोड़े रखने के लिए रणनीति तैयार कर ली है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के सुधाकर सिंह ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दारा सिंह चौहान को 42759 वोट से शिकस्त दे दी. घोसी उपचुनाव में बीजेपी की हार के लिए कोई सवर्ण वोट बैंक का छिटकना वजह बता रहा है तो कोई पिछड़ा वोट बैंक में सेंध. कोई बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का उम्मीदवार न होने की वजह से दलित वोट के सपा के साथ चले जाने को हार का कारण बता रहा है.
अटकलों और कयासों के बीच बीजेपी ने 2024 चुनाव में सभी 80 सीटें जीतने के लिए नए सिरे से रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है. पार्टी की कोशिश ओबीसी मतदाताओं को साधने की है. बीजेपी इसके लिए ओबीसी महाकुंभ के आयोजन से लेकर बाइक रैली और सोशल मीडिया पर अभियान शुरू करने की तैयारी में है. एक दिन पहले बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा की बैठक में ये फैसला लिया गया.
ये भी पढ़ें- शिवपाल या राजभर... पूर्वांचल का 'चाणक्य' कौन? घोसी उपचुनाव नतीजे के बाद चर्चा तेज
बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के यूपी अध्यक्ष और योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में मंत्री नरेंद्र कश्यप ने आजतक से बात करते हुए कहा कि हम सोशल मीडिया वॉलंटियर्स तैयार करने जा रहे हैं. ये सोशल मीडिया वॉलंटियर्स ओबीसी वर्ग के युवाओं तक बीजेपी की नीतियों, सरकार की योजनाओं के संबंध में जानकारी पहुंचाएंगे. बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा की तैयारी हर जिले में 20 हजार युवाओं की टीम तैयार करने की है.
बीजेपी ने 2024 के चुनाव में यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. मिशन 80 को अंजाम तक पहुंचाने के लिए बीजेपी की रणनीति ये है कि सोशल मीडिया के जरिए अधिक से अधिक लोगों तक अपनी बात पहुंचाई जाए. इसके लिए बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा हर जिले में ट्रेनिंग सेशन, वर्कशॉप आयोजित करेगा.
ओबीसी को जोड़ने के लिए क्या है माइक्रो प्लान
![](/newspic/picid-1269750-20250216071535.jpg)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ.
![](/newspic/picid-1269750-20250216064455.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें 9 महिलाएं और कई बच्चे शामिल हैं. स्टेशन पर बिखरे सामान, जूते और कपड़े इस घटना की गवाही दे रहे हैं. भगदड़ के दौरान लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों और एस्केलेटर पर दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म पर सीमित जगह के कारण स्थिति और भी भयावह हो गई. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061033.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर रेलवे का बयान सामने आया है. नॉर्दर्न रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, प्लेटफॉर्म 14-15 के बीच फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसलने से भगदड़ मच गई. उन्होंने बताया कि इस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061019.jpg)
प्रयागराज में संगम स्नान के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त दबाव देखने को मिल रहा है. हालात को संभालने के लिए RPF और GRP की टीम तैनात है, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050509.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद तस्वीरें सामने आई हैं. अपनी जान बचाने के लिए कई लोगों ने फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म शेड पर छलांग लगा दी, जिससे कई यात्री घायल हो गए. भगदड़ के बाद प्लेटफॉर्म पर जूते, बैग, टूटी चप्पलें और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है, जिसे अब हटाने का काम जारी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050500.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर हुई भगदड़ के भयावह मंजर को याद कर लोगों की रूह कांप रही है. हादसे की गवाह एक महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए निकली थीं. महिला ने कहा कि हम आधे घंटे तक दबे रहे, मेरी ननद की मौत हो गई... हम उसे उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मुंह से झाग आ रहा था.