घोसी उपचुनावः दौड़ेगी साइकिल या खिलेगा कमल? नामांकन से प्रचार थमने तक कैसे बदला सीन
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घोसी विधानसभा सीट के उपचुनाव में नामांकन से चुनाव प्रचार थमने तक, परिस्थितियां बहुत बदल गई हैं. शुरुआत में मुकाबले से बाहर नजर आ रही बीजेपी ने माइक्रो मैनेजमेंट के दम पर कमबैक किया और अब स्थिति ये है कि मुकाबला कांटे का हो गया है. घोसी में चलेगा एक पर एक का फॉर्मूला या खिलेगा कमल?
पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 5 सितंबर को वोट डाले जाएंगे. 2024 के लोकसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट माने जा रहे इस उपचुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दारा सिंह चौहान और विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने पुराने समाजवादी सुधाकर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. दो दलों के बीच का सीधा मुकाबला अब दो गठबंधनों की लड़ाई बन चुका है.
दो दलों के पीछे कई दलों की साख दांव पर है. गठबंधन के गणित का टेस्ट है तो जातिगत समीकरणों का भी. किसी के सियासी भविष्य का निर्धारण होना है तो किसी के सरकार में कद का. यही वजह है कि सपा और बीजेपी के साथ ही दूसरे दलों, नेताओं ने भी इसे साख का सवाल बना लिया है. घोसी सीट के लिए 5 सितंबर को वोट डाले जाने हैं. चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है लेकिन बीजेपी और सपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
मतदान से पहले अंतिम घंटों में बीजेपी और सपा, दारा सिंह चौहान और सुधाकर सिंह मतदान को लेकर अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटे हैं. इन सबके बीच सुधाकर सिंह के बेटे का एक कथित ऑडियो भी वायरल हो रहा है. इसमें एक पुलिस अधिकारी को जूते मारने की धमकी सुनाई दे रही है. आवाज सुधाकर सिंह के बेटे का होने के दावे किए जा रहे हैं. सुधाकर सिंह और उनके बेटे के खिलाफ इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है.
सपा ने बीजेपी पर सरकारी मशनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. बीजेपी ने सपा नेताओं पर पैसे बांटने का आरोप लगाया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने इसे लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत भी की है. फिलहाल, घोसी में सूरतेहाल ये है कि फाइट टाइट है और सियासी पारा चढ़ा हुआ. दोनों ही दलों ने इस उपचुनाव के दौरान अपने बड़े चेहरों को मैदान में उतारा. द्वारे-द्वारे, गांव-गांव घूमकर अपनी उपलब्धियां, दूसरे की खामियां गिनाईं. अब वो घड़ी आ गई है जब मतदाता मतदान केंद्र पर पहुंचकर ईवीएम में अपना फैसला कैद करेंगे.
बीजेपी-सपा में कांटे की टक्कर
घोसी सीट पर बीजेपी और सपा के बीच कांटे की टक्कर है. बीजेपी उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को प्रचार के दौरान कई जगह विरोध का भी सामना करना पड़ा. सपा की ओर से शिवपाल सिंह यादव, अखिलेश यादव ने भी चुनाव प्रचार किया तो बीजेपी ने भी हालात भांपते हुए तेजी से एक्शन लिए. पार्टी ने नाराज नेताओं-कार्यकर्ताओं को मनाया और फिर छोटे-छोटे पॉकेट्स को टारगेट कर चुनावी रणनीति पर अमल शुरू किया. बीजेपी ने अपने बड़े नेताओं के साथ ही गठबंधन सहयोगियों को भी चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतार दिया.
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