ग्रेटर नोएडा: गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, कोरोना पर कैसे होगा मुकाबला?
NDTV India
ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के दादुपुर का प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्र झाड़ियों के बीच बना है. इस केन्द्र के एक कमरे में ताला लगा है और बाकी के दरवाजे खुले हैं. किसी भी कमरे में कुर्सी टेबल या फिर दवा देखने को नहीं मिलेगी. जब कुर्सी और दवा नही तो फिर नर्स और डॉक्टर कहां दिखेंगे? गांव वालों के मुताबिक यह इमारत बनी तो दस साल पहले पर स्वास्थ्य केन्द्र नहीं खुल पाया. शायद यही वजह है कि यहां बोर्ड भी नहीं लगा है. पूर्व प्रधान प्रेम राज सिंह कहते हैं कि यहां कोई डॉक्टर नहीं आया, सब लोग झोला छाप डाक्टर के भरोसे हैं. दस हजार की आबादी के लिए बना यह केन्द्र दस साल में खुल नहीं पाया. कोविड से गांव में चार लोगों की मौत हो गई. तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए लोगों को आठ किलोमीटर दूर दनकौर जाना पड़ता है.
ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के दादुपुर का प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्र झाड़ियों के बीच बना है. इस केन्द्र के एक कमरे में ताला लगा है और बाकी के दरवाजे खुले हैं. किसी भी कमरे में कुर्सी टेबल या फिर दवा देखने को नहीं मिलेगी. जब कुर्सी और दवा नही तो फिर नर्स और डॉक्टर कहां दिखेंगे? गांव वालों के मुताबिक यह इमारत बनी तो दस साल पहले पर स्वास्थ्य केन्द्र नहीं खुल पाया. शायद यही वजह है कि यहां बोर्ड भी नहीं लगा है.More Related News