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गौरव, गौतम, गरुड़ और सुदर्शन! भारत के इन ग्लाइड बमों से बचकर रहें चीन-पाक, चंद सेकंडों में दिखा देंगे तबाही का मंजर
Zee News
India Glide Bombs: भारत ने ग्लाइड बमों पर अपना फोकस किया है और बीते कुछ सालों में ऐसे-ऐसे विस्फोटक बम हासिल किए हैं, जो आधुनिक तकनीक से लैस हैं. भारत ने सबसे पहले सुदर्शन ग्लाइड बम बनाया था, इसके बाद तो गौतम और गौरव जैसे शक्तिशाली बम भी बना लिए.
Glide Bombs of India: भारत ने हाल के सालों में रक्षा तकनीक में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं. खासकर, स्वदेशी हथियारों पर अधिक फोकस किया जा रहा है, ताकि विदेशी निर्भरता को कम किया जा सके. 'आत्मनिर्भर भारत' का सपना साकार करने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने ग्लाइड बमों को विकसित किया है. ये ग्लाइड बम भारतीय एयरफोर्स की नई ताकत बनने जा रहे हैं. इनसे पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है.

Pinaka Rocket Launcher भारत ने पिनाका की 10 रेजिमेंट बनाने का फैसला किया है, जो वर्तमान में 4 हैं. 6 नई रेजिमेंट पुरानी 120 mm मोर्टार लाइट रेजिमेंट को बदलकर बनाई जाएंगी. अगले 2 साल में 25 पिनाका मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर होंगे. पिनाका 44 सेकंड में 72 रॉकेट दाग सकता है. लॉन्चर स्थान बदलकर दुश्मन के हमले से बचता है।

इंडियन नेवी के बेड़े में शामिल हो रहा जंगी हेलिकॉप्टर, दुश्मन के इलाके में अकेले गदर मचाएगा ‘रोमियो’
यह हेलिकॉप्टर भारतीय नौसेना के पुराने सी किंग हेलिकॉप्टरों की जगह लेगा, जिससे भारत की समुद्री निगरानी और युद्धक क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी. बता दें, रोमियो हेलीकॉप्टर दुनिया के सबसे घातक और एडवांस हेलीकॉप्टरों में शुमार है.

Tejas will be integrated with Uttam AESA Radar: भारत अपने तेजस फाइटर जेट को उत्तम AESA रडार से लैस कर रहा है, जिसकी पहली खेप 2026 में आएगी. यह 150 किमी दूर से हवाई खतरे को ट्रैक कर सकता है. इसकी पहली खेप में करीब 33 उत्तम AESA रडार शामिल होंगे. भविष्य में यह तेजस Mk2 और AMCA में भी उपयोगी हो सकता है.