
गोवा: क्यों है बीजेपी के गढ़ पर ममता बनर्जी की नज़र, क्या तृणमूल कुछ कमाल कर पाएगी?
BBC
गोवा अपेक्षाकृत छोटा राज्य है, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से भी छोटा. मगर पश्चिम बंगाल पर फ़तह करने वाली ममता बनर्जी के लिए क्या इसे साधना आसान है?
महाराष्ट्र में इन दिनों राजनीतिक मुद्दों से अलग आर्यन ख़ान, समीर वानखेड़े और नवाब मलिक की वजह से ज़्यादा हलचल देखने को मिल रही है. इसके उलट महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्य गोवा में कुछ ज़्यादा ही राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी बीते गुरुवार को ढाई दिन के दौरे पर गोवा पहुंची. उनके इस दौरे ने बीजेपी शासित इस राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. माना जा रहा है कि इसका असर निकट भविष्य की राजनीति को भी प्रभावित करेगा.
धीरे धीरे पूरे देश का ध्यान चुनावों की हलचल पर केंद्रित हो जाएगा, क्योंकि आने वाले महीनों में देश के सबसे अहम राज्य उत्तर प्रदेश सहित कई और राज्यों में चुनाव होने वाले हैं.
गोवा में भी अगले साल चुनाव होने वाले हैं. इसे देखते हुए राज्य से बाहर की वो पार्टियां, जो राष्ट्रीय पार्टी होने का दावा करती हैं, वो भी यहां की राजनीति में कूद पड़ी हैं.
इनमें सबसे ज़्यादा चर्चा ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की हो रही है. वास्तव में, तृणमूल कांग्रेस का प्रभाव केवल बंगाल और सुदूर पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में ही है. इस पार्टी का गोवा से कभी कोई संबंध नहीं रहा.