
गोरखपुर के लोग 1971 के इतिहास को दोहराएंगे, जब एक मुख्यमंत्री चुनाव में हार गए थे: चंद्रशेखर
The Wire
विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तराखंड में छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कांग्रेस नेता किशोर उपाध्याय भाजपा में शामिल. रामनगर सीट से हरीश रावत को टिकट देने पर उठे विवाद के बाद उत्तराखंड कांग्रेस ने उन्हें लाल कुआं विधानसभा क्षेत्र से उतारा. अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को 31 जनवरी तक गिरफ़्तार नहीं करने का कोर्ट का निर्देश. मजीठिया ने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि वह उन्हें चुनाव लड़ने से रोकने का प्रयास कर रही है.
नई दिल्ली/लखनऊ/देहरादून/चंडीगढ़: गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि इस बार गोरखपुर के लोग 1971 के उस इतिहास को दोहराएंगे, जब एक मुख्यमंत्री को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. 27-01-2022-UP POLL-BSP CANDIDATES 3RD PHASE LIST pic.twitter.com/eOGETjbSRW
अपनी जीत की उम्मीद जताते हुए आजाद ने यह भी कहा कि 36 छोटे दलों के गठबंधन ‘सामाजिक परिवर्तन मोर्चा’ ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है तथा यह मोर्चा उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहा है. — Mayawati (@Mayawati) January 27, 2022
उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा से बातचीत में कहा, ‘हमें गोरखपुर के इतिहास को देखने की जरूरत है. 1971 में तत्कालीन मुख्यमंत्री टीएन सिंह को गोरखपुर के लोगों ने हराया था. इसी तरह इस बार आदित्यनाथ मुख्यमंत्री हैं और वह उत्तर प्रदेश एवं गोरखपुर की पिछले पांच साल में हुई तबाही के लिए जिम्मेदार हैं.’
समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की बातचीत सफल नहीं होने के बाद आजाद ने छोटे दलों का गठबंधन बनाया है.