गुजरात: सरकार ने डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन को बताया डेथ सर्टिफिकेट और मौत के आंकड़ों में फर्क की वजह
The Wire
गुजराती दैनिक दिव्य भास्कर ने एक रिपोर्ट में बताया है कि राज्य में 1 मार्च से 10 मई के बीच 1.23 लाख मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं, लेकिन इस बीच सरकारी आंकड़ों में सिर्फ 4,218 कोरोना मौतें दर्ज हैं. इस पर गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने कहा है कि सर्टिफिकेट के आधार पर मौतों की संख्या बताना सही नहीं है.
अहमदाबाद/नई दिल्ली: भाजपा शासित राज्य गुजरात में आधिकारिक आंकड़ों की तुलना में अधिक कोरोना मौतें होने का मामला काफी तूल पकड़ रहा है. जहां तमाम विपक्षी दल इसे लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं, वहीं राज्य सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने कहा है कि कई बार डुप्लीकेट मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए जाते हैं, इसलिए प्रमाणपत्र के आधार पर मौतों का आंकड़ा मानना सही नहीं है. रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात के गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दावा किया कि जब राज्य में कोरोना मामले कम हो रहे हैं और इस बीमारी से ठीक हो चुके लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, ऐसे वक्त में इस तरह के आरोप लगाने सही नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘जब किसी परिवार में मौत होती है तो लोगों को बीमा, एलआईसी और अन्य सेवाओं के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है. ऐसी परिस्थितियों के लिए हमने एक ऑनलाइन माध्यम बनाया है ताकि परिवार के लोग घर पर ही आसानी से सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकें.’More Related News