
गलवान हिंसा के एक साल: पिछले 12 महीने के दौरान जानें कितने फीसदी लोगों ने नहीं खरीदा मेड इन चाइना का एक भी सामान: सर्वे
ABP News
लोकल सर्कल्स की तरफ से देश के 281 जिलों के करीब 18 हजार लोगों से सर्वे कर यह जानने का प्रयास किया गया है कि पिछले सालभर के दौरान उन्होंने चीन का सामान खरीदा या नहीं. और अगर खरीदा तो उसकी मुख्य क्या वजह रही है.
पिछले साल गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच जो हिंसक झड़प हुई थी, उसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे जबकि कई चीनी सैनिक के मारे गए थे. इस घटना को आज एक साल हो गया. गलवान घाटी की इस हिंसा का जिस क्षेत्र पर सबसे ज्यादा असर हुआ है और वो है दोनों देशों के बीच व्यापार और वाणिज्य. चीन के आक्रामक रवैये के बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए चीन के निर्यात होने वाले कई उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया ताकि घरेलू सामानों के उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके.More Related News