खेत में पराली जलाई तो नहीं मिलेगी सम्मान निधि, यहां लिया गया सख्त एक्शन
AajTak
अगर खेत में पराली जलाई तो किसानों को मिलने वाली कृषि विभाग से समस्त सम्मान निधि समाप्त कर दी जाएगी क्योंकि ये वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बनता है जिसको लेकर सरकार काफी सख्त है. अगर कोई पराली जलाता पकड़ा जाता है तो इसमें 1 एकड़ तक जमीने के लिए ढाई हजार रुपए जुर्माना है और 1 एकड़ से ऊपर होने पर 5000 तक का जुर्माना लगाया जाता है.
उत्तर भारत के अलग-अलग राज्य में इस समय पराली जलाने की घटनाएं देखने को मिल रही है. हालांकि राज्य सरकारों द्वारा पराली जलाने से रोकने के लिए अलग-अलग प्रावधान किए गए हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में इस पर बड़ा फैसला लिया गया है.
इस फैसले के तहत अगर खेत में पराली जलाई तो किसानों को मिलने वाली कृषि विभाग से समस्त सम्मान निधि समाप्त कर दी जाएगी क्योंकि ये वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बनता है जिसको लेकर सरकार काफी सख्त है. ये फैसला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में लिया गया है. अगर कोई पराली जलाता पकड़ा जाता है तो इसमें 1 एकड़ तक जमीने के लिए ढाई हजार रुपए जुर्माना है और 1 एकड़ से ऊपर होने पर 5000 तक का जुर्माना लगाया जाता है.
कृषि विभाग में डिप्टी डायरेक्टर अरविंद सिंह ने बताया कि इस मामले में लगातार शिकायतें आती थी लेकिन सेटेलाइट से मिली तस्वीरों के आधार पर एक्शन लेने से पिछले वर्ष लगभग 23 मामले आए थे लेकिन इस साल केवल एक मामला आया है इसका मतलब है लोग अब जागरूक हो रहे हैं.
बता दें कि पूर्वांचल में सर्दी ने दस्तक दे दी है और सूरज ढलने के बाद रात होते ही कोहरा गिरने लग रहा है और हवा की रफ्तार भी धीमी है. महज एक हफ्ते में जब एमएमयूटी परिसर में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वायु प्रदूषण स्वचालित मशीन से उसका आकलन किया तो एयर क्वालिटी इंडेक्स से पता चला की दीपावली के बाद हवा में प्रदूषण कम हुआ है यानी देखा जाए तो जिस तरह से पिछले वर्ष पराली जलाने के 23 मामले आए थे, इस वर्ष मात्र एक मामला आया है. यानि कि लोगों के मन में कहीं ना कहीं जुर्माने का खौफ है और साथ ही कृषि विभाग से मिलने वाली नीतियों के छीन जाने का भी खौफ है.
IMD के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में पराली की घटनाओं में गिरावट देखने को मिली है. पिछले साल के मुकाबले उत्तर प्रदेश में 38% कम पराली जलाई गई.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने संभल हिंसा पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पाठक ने बताया कि घटनास्थल पर पाकिस्तान निर्मित बंदूक के खोखे मिले हैं, जो चिंता का विषय है. उन्होंने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया और कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है. देखें VIDEO
भारतीय नौसेना के लिए चार दिसंबर का दिन खास है क्योंकि यह नौसेना दिवस है और इसे पहली बार ओडिशा के पुरी के ब्लू फ्लैग बीच पर मनाया जा रहा है. इस भव्य आयोजन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं. इस मौके पर भारतीय नौसेना ने घोषणा की है कि वे 26 राफेल लड़ाकू विमान और 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बी की डील पूर्ण करने के करीब हैं. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी से आज तक ने खास बातचीत की है.
स्वर्ण मंदिर के गेट पर सुखबीर बादल पर एक हमले की घटना घटी जब वे वहां सेवा कर रहे थे. एक शूटर ने चालाकी से हमला किया लेकिन वहां मौजूद पुलिस ने सही समय पर उसे विफल कर दिया. शूटर की गोली गुरुद्वारे की दीवार पर लगी. हमलावर नारायण सिंह खालिस्तान से जुड़ा पाया गया. उसने पहले बब्बर खालसा इंटरनेशनल के लिए काम किया था. अचानक हुए इस हमले के बाद, पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार कर लिया गया. सुखबीर बादल हमले के वक्त नीले वस्त्र में दिखाई दिए. इस घटना ने सिख समुदाय में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है.
शिरोमणि अकाली दल के चीफ सुखबीर बादल पर हमला करने वाले नारायण सिंह का खतरनाक अतीत सामने आया है. अमृतसर पुलिस के अनुसार, नारायण सिंह बब्बर खालसा इंटरनेशनल जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़ा रहा है. 1984 के सिख विरोधी दंगों के बाद पाकिस्तान में ट्रेनिंग लेने वाला नारायण 2004 के बुडेल जेल ब्रेक में भी शामिल था. देखें पूरी क्राइम कुंडली
एकनाथ शिंदे अब अपनी शिवसेना के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. शिंदे ने बताया कि वह आज रात तक तय कर लेंगे कि वह फडणवीस सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होंगे या नहीं. यानी अभी तक यह साफ नहीं है कि वह डिप्टी सीएम के तौर पर सरकार में शामिल होंगे या नहीं. राजनीतिक गलियारों में सुगबुगाहट है कि पार्टी नेताओं के साथ बाचतीत के बाद शिंदे बड़ा ऐलान कर सकते हैं.