खरगोन हिंसा: शिवराज सिंह चौहान क्या बुलडोज़र को चुनावी रथ बनाने की कोशिश कर रहे हैं
BBC
मध्य प्रदेश में खरगोन ज़िले में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा, उसके बाद कुछ लोगों के घरों और दुकानों पर पड़ोसी राज्य यूपी की तर्ज़ पर बुलडोज़र चलवाने का फ़ैसला देश में चर्चा और बहस का मुद्दा बना हुआ है.
मध्य प्रदेश में खरगोन ज़िले में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा, उसके बाद कुछ लोगों के घरों और दुकानों पर पड़ोसी राज्य यूपी की तर्ज़ पर बुलडोज़र चलवाने का फ़ैसला देश में चर्चा और बहस का मुद्दा बना हुआ है.
दंगे कैसे शुरू हुए, राज्य सरकार ने क्या सही किया, क्या ग़लत किया, ऐसे सवालों को निष्पक्ष तरीक़े से समझना जितना ज़रूरी है उतना ही कठिन भी. सभी पक्षों के बयानों को ग़ौर से देखने पर आप शायद किसी निष्कर्ष पर पहुँच सकें. पहले कुछ बयानों पर नज़र डाल लीजिए--
इसी तरह खरगोन में रामनवमी के जुलूस में शामिल लोग कहते हैं कि उन पर अकारण हमला किया गया जबकि प्रत्यक्षदर्शी ये भी कहते हैं कि जुलूस में आपत्तिजनक गाने बजाए गए और भड़काऊ नारे लगाए गए.
नरेंद्र वर्मा खरगोन ज़िले के आनंद नगर में रहते हैं और ठेले पर फल बेचते हैं. 10 अप्रैल को वह भी रामनवमी के मौके पर निकलने वाली शोभा यात्रा में शामिल थे. इसी शोभा यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी जिसके बाद खरगोन में कर्फ़्यू लगा दिया गया.