!['खड़गे कांग्रेस के टॉप 3 नेताओं में, लेकिन नहीं ला सकते बदलाव', अध्यक्ष चुनाव से पहले शशि थरूर की चुनौती](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202210/copy-of-video-thumbnails-34-sixteen_nine.png)
'खड़गे कांग्रेस के टॉप 3 नेताओं में, लेकिन नहीं ला सकते बदलाव', अध्यक्ष चुनाव से पहले शशि थरूर की चुनौती
AajTak
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर एक बार फिर शशि थरूर का बयान आया है. दरअसल, नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान शशि थरूर ने कहा कि हम दुश्मन नहीं हैं, यह युद्ध नहीं है. यह हमारी पार्टी के भविष्य का चुनाव है. खड़गे जी कांग्रेस पार्टी के टॉप 3 नेताओं में आते हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अब पार्टी सांसद शशि थरूर और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच सीधी लड़ाई है. नामांकन वापस लेने की तारीख 8 अक्टूबर है, जिसके बाद स्थिति और भी साफ हो सकेगी. हालांकि थरूर स्पष्ट कर चुके हैं कि वह चुनाव से पीछे नहीं हटेंगे, क्योंकि वह उन लोगों के साथ विश्वासघात नहीं करेंगे जो उनका समर्थन करते हैं. इस बीच थरूर ने खड़गे पर तंज कसते हुए कहा है कि उनके जैसे नेता कांग्रेस में बदलाव नहीं ला सकते.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान शशि थरूर ने कहा कि हम दुश्मन नहीं हैं, यह युद्ध नहीं है. यह हमारी पार्टी के भविष्य का चुनाव है. खड़गे जी कांग्रेस पार्टी के टॉप 3 नेताओं में आते हैं. उनके जैसे नेता बदलाव नहीं ला सकते और मौजूदा व्यवस्था को ही जारी रखेंगे. पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीद के मुताबिक बदलाव मैं लाऊंगा.
हमारे पास पार्टी के कार्यकर्ताओं का समर्थन: थरूर
नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए तिरुवनंतपुरम के सांसद ने यह भी कहा कि 'बड़े' नेता स्वाभाविक रूप से अन्य 'बड़े' नेताओं के साथ खड़े होते हैं, लेकिन उन्हें राज्यों के पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन प्राप्त है. उन्होंने जोर देकर कहा, हम बड़े नेताओं को सम्मान देते हैं, लेकिन यह पार्टी में युवाओं को सुनने का समय है. हम पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को बदलने के लिए काम करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं को यह महत्व दिया जाना चाहिए. दरअसल, शशि थरूर जी-23 ग्रुप का भी हिस्सा थे, जिसने साल 2020 में पार्टी में संगठनात्मक बदलाव और चुनाव की मांग की थी.
'कोई गांधी परिवार को गुडबाय नहीं कह सकता'
बता दें कि शनिवार को पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के बाद गांधी परिवार की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर शशि थरूर कहा था, "गांधी परिवार और कांग्रेस का डीएनए एक ही है... गांधी परिवार को 'गुडबाय' कहने के लिए कोई (पार्टी) अध्यक्ष इतना मूर्ख नहीं है. वे हमारे लिए बहुत बड़ी संपत्ति हैं..."
![](/newspic/picid-1269750-20250216071535.jpg)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ.
![](/newspic/picid-1269750-20250216064455.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें 9 महिलाएं और कई बच्चे शामिल हैं. स्टेशन पर बिखरे सामान, जूते और कपड़े इस घटना की गवाही दे रहे हैं. भगदड़ के दौरान लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों और एस्केलेटर पर दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म पर सीमित जगह के कारण स्थिति और भी भयावह हो गई. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061033.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर रेलवे का बयान सामने आया है. नॉर्दर्न रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, प्लेटफॉर्म 14-15 के बीच फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसलने से भगदड़ मच गई. उन्होंने बताया कि इस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061019.jpg)
प्रयागराज में संगम स्नान के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त दबाव देखने को मिल रहा है. हालात को संभालने के लिए RPF और GRP की टीम तैनात है, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050509.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद तस्वीरें सामने आई हैं. अपनी जान बचाने के लिए कई लोगों ने फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म शेड पर छलांग लगा दी, जिससे कई यात्री घायल हो गए. भगदड़ के बाद प्लेटफॉर्म पर जूते, बैग, टूटी चप्पलें और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है, जिसे अब हटाने का काम जारी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050500.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर हुई भगदड़ के भयावह मंजर को याद कर लोगों की रूह कांप रही है. हादसे की गवाह एक महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए निकली थीं. महिला ने कहा कि हम आधे घंटे तक दबे रहे, मेरी ननद की मौत हो गई... हम उसे उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मुंह से झाग आ रहा था.