![क्यूबा मिसाइल संकट: महिला जिसकी वजह से टली थी सोवियत संघ और अमेरिका के बीच परमाणु जंग](https://ichef.bbci.co.uk/news/1024/branded_hindi/CE24/production/_120327725_10.jpg)
क्यूबा मिसाइल संकट: महिला जिसकी वजह से टली थी सोवियत संघ और अमेरिका के बीच परमाणु जंग
BBC
'क्यूबा मिसाइल संकट' के समय सोवियत संघ की गतिविधियों पर अमेरिकी प्रतिक्रिया एक एजेंट की खुफिया रिपोर्टों पर आधारित थी. उनका नाम जुआनिटा मूडी था.
ये अक्टूबर, 1962 की बात थी. दुनिया परमाणु युद्ध के मुहाने पर पहुंच गई थी. 14 अक्टूबर को एक अमेरिकी जासूसी विमान ने पता लगाया कि क्यूबा में सोवियत संघ (अब रूस) ने परमाणु मिसाइलें तैनात कर दी हैं. जिस जगह पर ये परमाणु मिसाइलें तैनात की गई थीं, अमेरिका का फ्लोरिडा तट वहां से महज 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था. अमेरिका की नाक के नीचे सोवियत संघ ने परमाणु मिसाइलों का जखीरा जुटा लिया था और यहां से अमेरिका के बड़े हिस्से पर हमला किया जा सकता था. इतिहास में इस घटना को शीत युद्ध के सबसे नाज़ुक लम्हों में से एक 'क्यूबा मिसाइल संकट' के रूप में याद किया जाता है. ऐसे तनावपूर्ण हालात में अमेरिकी प्रतिक्रिया एक एजेंट की खुफिया रिपोर्टों पर आधारित थी. हालांकि उस जासूस पर दशकों तक किसी की नज़र नहीं गई थी लेकिन विनाशकारी परिस्थितियों को टालने में उस शख़्स की अहम भूमिका थी. उनका नाम जुआनिटा मूडी था. वे एक क्रिप्टोग्राफ़र थीं, यानी वो शख़्स जो इन्क्रिप्टेड कोड्स या कूट भाषा में भेजे गए संदेशों को पढ़ने का काम करता हो. अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (एनएसए) में जुआनिटा मूडी क्यूबा पर निगरानी का काम करती थीं.More Related News