
क्या लिवर को नुकसान पहुंचा रही है गिलोय, इसे लेकर विवाद क्यों है?
The Quint
Giloy and Liver Damage: COVID-19 महामारी में गिलोय का सेवन बढ़ा है. गिलोय क्या है? क्या गिलोय से लिवर को नुकसान पहुंच सकता है? What is Giloy? What is the controversy surrounding the Giloy herb?
हमने पिछले डेढ़ साल के दौरान एक ऐसे वायरस को मात देने के तरीके खोजने की कोशिश में गुजारे हैं, जिसके बारे में हम कुछ भी नहीं जानते थे.हमने निश्चित रूप से लंबा सफर तय किया है– सबसे बड़ा सुबूत है, COVID-19 वैक्सीन, लेकिन वायरस से हमेशा एक कदम आगे रहने की दौड़ के बीच हमारे कुछ निशाने चूके भी हैं, कामयाबियों के बीच कई निराशाएं भी हमारे हिस्से आई हैं.रेमडेसिविर (Remdesivir), आइवरमेक्टिन (Ivermectin) और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (Hydroxychloroquine) जैसी दवाओं को प्रयोग के तौर पर आजमाने को लेकर जोरदार उत्साह था, जो बाद में बेअसर साबित हुईं.इस दौरान कुछ अजीब चीजें भी सामने आईं, हालांकि ये दिलचस्प थीं. इनमें गाय का गोबर (cow dung) और कॉपर मास्क ( copper masks) जैसे नुस्खे शामिल थे.एक नुस्खा जो महामारी शुरू होने के बाद से काफी लोकप्रिय है, वह है गिलोय (Giloy).लेकिन बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाने वाला यह हर्बल इम्यूनिटी बूस्टर लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचाने की आशंकाओं को लेकर हाल ही में निशाने पर आ गया है.गिलोय को लेकर क्या विवाद है? फिट इसे तरतीबवार समझा रहा है.गिलोय क्या है?टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया (Tinospora cordifolia), जिसे आम बोलचाल की भाषा में गिलोय या गुडुची कहा जाता है, एक जड़ी-बूटी है जिसका सदियों से बुखार, डायबिटीज, अस्थमा, एंग्जाइटी और स्ट्रेस जैसी तमाम बीमारियों के इलाज और यहां तक सामान्य स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद में इस्तेमाल किया जाता रहा है.इसका सबसे खास गुण इम्यूनिटी बूस्टिंग है.आमतौर पर इसके औषधीय गुणों के चलते पौधे के तने से रस निकाला जाता है.गिलोय इम्यूनिटी बूस्टर और अच्छी सेहत के सप्लीमेंट के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाने वाला एक आम कंपोनेंट है.ADVERTISEMENTगिलोय को लेकर कैसे शुरू हुआ यह विवादइसकी शुरुआत जर्नल ऑफ क्लीनिकल एंड एक्सपेरिमेंटल हेपेटोलॉजी में छपे एक अध्ययन से हुई.यह अध्ययन मुंबई के जसलोक अस्पताल के शोधकर्ताओं ने किया और उन्होंने लिवर को गंभीर नुकसान के साथ अस्पताल में भर्ती हुए 6 मरीजों की हालत के लिए गिलोय को जिम्मेदार बताया.आयुष मंत्रालय गिलोय के पक्ष में हैकेंद्रीय आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा और होम्योपैथी (AYUSH आयुष) मंत्रालय ने बुधवार, 7 जुलाई 2021 को एक बयान जारी कर अध्ययन के नतीजों का खंडन किया और इसे ‘पूरी तरह भ्र...More Related News