![क्या भारत रूसी हथियारों पर निर्भरता कम कर सकता है?](https://ichef.bbci.co.uk/news/1024/branded_hindi/5F8F/production/_123836442_gettyimages-71960753.jpg)
क्या भारत रूसी हथियारों पर निर्भरता कम कर सकता है?
BBC
अमेरिका चाहता है कि हथियारों के लिए भारत रूस पर निर्भर न रहे. भारत के लिए ऐसा करना कितना मुश्किल है? पढ़िए क्या कहते हैं जानकार.
आज से क़रीब 22 साल पहले भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती का एक नया दौर शुरू हुआ था. साल 2000 के मार्च महीने के वो सात दिन एक दौर के आगाज़ के गवाह बने थे.
तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत आए तो उनका भव्य स्वागत हुआ.
मध्य-पूर्व और दक्षिण एशिया पर अमेरिकी विदेश नीति के विशेषज्ञ ब्रूस रिडेल कहते हैं, "राष्ट्रपति क्लिंटन की भारत यात्रा ने 1998 में भारत के दूसरे परमाणु परीक्षण के बाद पैदा हुए तनाव को खत्म कर दिया. इससे पहले, 1999 में उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध को समाप्त करने में हस्तक्षेप किया था. इस दौरान उनका झुकाव भारत की तरफ साफ़ दिखा था."
लेकिन ये सब इतना सीधा-सादा नहीं है, अमेरिका और रूस, दोनों को दोस्त बनाए रखना एक मुश्किल चुनौती है क्योंकि इसकी जड़ें शीत युद्ध के ज़माने से चली आ रहीं हैं जब पूरी दुनिया के देशों पर दबाव रहता था कि वे अपनी स्थिति स्पष्ट करें यानी तो वे पूरी तरह अमेरिका के साथ हों या पूरी तरह रूस के साथ. इस मामले में भारत की स्थिति काफ़ी पेचीदा रही है.
22 साल पहले के दौरे में अमेरिकी राष्ट्रपति की कोशिश ये भी थी कि भारत उनके सुरक्षा उद्योग का एक बड़ा खरीदार बन जाए लेकिनदशकों से रूस पर निर्भर भारत के लिए ये इतना आसान नहीं था.