
क्या तालिबान और पाकिस्तान में जंग छिड़ेगी? जानिए क्यों अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक कर रहा पाकिस्तान
AajTak
पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के बीच रिश्ते बिगड़ने लगे हैं. अफगानिस्तान के खोस्त और कुनार प्रांत में एयरस्ट्राइक के बाद तालिबान ने पाकिस्तान को अंजाम भुगतने की धमकी दी है. तालिबान का दावा है कि 16 अप्रैल को पाकिस्तानी सेना ने उसके दो इलाकों में बमबारी की थी.
रूस और यूक्रेन में जंग जारी है तो दूसरी ओर अब तालिबान और पाकिस्तान के बीच भी जंग जैसे हालात बनने लगे हैं. पाकिस्तानी सेना की ओर से अफगानिस्तान के खोस्त और कुनार में एयरस्ट्राइक के बाद तालिबान ने 'बुरा अंजाम' भुगतने की धमकी दी है. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान को धमकाया है कि अगर उसने दोबारा ऐसी गलती की तो उसे बुरा अंजाम भुगतना होगा.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टरों ने सीमा से सटे अफगानिस्तान के खोस्त और कुनार प्रांत में एयरस्ट्राइक की थी. इस एयरस्ट्राइक में अफगानिस्तान ने 36 लोगों के मारे जाने का दावा किया है. हालांकि, पाकिस्तान ने एयरस्ट्राइक की बात को खारिज किया है.
पाकिस्तान का दावा है कि अफगानिस्तान के आतंकी उसकी सीमा पार करके आतंकी हमलों को अंजाम देते हैं. वहीं, तालिबान का कहना है कि पिछले साल अगस्त में सत्ता संभालने के बाद इस पर नियंत्रण कर लिया गया है.
ये भी पढ़ें-- Taliban History: तालिबान कौन है, काबुल पर उनके कब्जे से इतनी खौफ में क्यों है दुनिया?
पाकिस्तानी राजदूत को तलब किया गया
अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक के बाद तालिबान ने काबुल में स्थित पाकिस्तानी राजदूत को तलब किया और ऐसे हमलों को तुरंत रोकने को कहा. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पाकिस्तानी राजदूत को तलब करने के बाद अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने एक बयान जारी कर बताया कि पाकिस्तानी राजदूत को खोस्त और कुनार में तुरंत सैन्य कार्रवाई को रोकने को कहा, क्योंकि इससे रिश्ते बिगड़ते हैं.

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.