
क्या इजरायल ईरानी न्यूक्लियर साइट पर नहीं करेगा हमला? अमेरिका ने कहा- कोई गारंटी नहीं...
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अधिकारी ने CNN को बताया कि यह आकलन करना मुश्किल है कि इज़राइल कब जवाबी हमला करेगा, लेकिन संभावना है कि यह कार्रवाई 7 अक्टूबर से पहले या बाद में की जाएगी, जो दक्षिणी इज़राइल में हमास के सीमा पार नरसंहार की बरसी है, न कि उसी दिन.
इज़राइल ने अभी तक बाइडेन प्रशासन को यह आश्वासन नहीं दिया है कि वह मंगलवार के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना नहीं बनाएगा, यह जानकारी शुक्रवार को एक अमेरिकी राज्य विभाग के अधिकारी ने CNN को दी. इस अधिकारी ने CNN को बताया कि यह आकलन करना मुश्किल है कि इज़राइल कब जवाबी हमला करेगा, लेकिन संभावना है कि यह कार्रवाई 7 अक्टूबर से पहले या बाद में की जाएगी, जो दक्षिणी इज़राइल में हमास के सीमा पार नरसंहार की बरसी है, न कि उसी दिन.
क्या है चिंता का विषय? अमेरिकी राज्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने CNN को जानकारी दी है कि इज़राइल ने अभी तक बाइडेन प्रशासन को यह आश्वासन नहीं दिया है कि वह ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला नहीं करेगा. यह आशंका तब और बढ़ गई है जब मंगलवार को ईरान ने इज़राइल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया था. इज़राइल की ओर से इस पर कोई प्रत्यक्ष जवाबी कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि इज़राइल जल्द ही जवाबी हमला कर सकता है.
क्या बोले अधिकारी? अधिकारी के अनुसार, यह स्पष्ट करना कठिन है कि इज़राइल कब और कैसे प्रतिक्रिया देगा, लेकिन यह अनुमान है कि इज़राइल 7 अक्टूबर से पहले या बाद में हमला कर सकता है. यह तारीख महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमास के द्वारा इजरायल में किए गए नरसंहार की बरसी है. हमास ने बीते साल दक्षिणी इज़रायल में इसे अंजाम दिया था.
इस बीच, यह सवाल भी उठाया गया है कि क्या इज़रायल ने अमेरिका को स्पष्ट किया है कि वह ईरान के परमाणु ठिकानों को अपने लक्ष्यों में शामिल करेगा. इस पर अधिकारी ने कहा कि बाइडेन प्रशासन "समझदारी के साथ शक्ति" का इस्तेमाल देखना चाहता है, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की गारंटी नहीं दी गई है.
अमेरिकी प्रशासन का रुख यह है कि ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव को कूटनीतिक तरीके से हल किया जाए, लेकिन वर्तमान परिस्थिति में कोई ठोस वादा या आश्वासन नहीं दिया जा सकता है. इज़राइल के संभावित जवाबी हमले और इसके नतीजों पर अमेरिका करीब से नजर रखे हुए है, जबकि क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए यह स्थिति और भी गंभीर हो गई है.
ट्रंप ने कही है ये बात अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक के हालिया मिसाइल हमले के जवाब में इजरायल को ईरान की परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाना चाहिए. उनकी यह टिप्पणी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच मध्य पूर्व में "पूरी तरह से युद्ध" की संभावना नहीं है और इसे टाला जाना चाहिए.

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