कौन हैं सिवान के खान ब्रदर्स जो उजाड़ रहे शहाबुद्दीन का साम्राज्य? रईस खान के पिता के अपहरण से शुरू हुई थी अदावत
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बिहार के सिवान को आरजेडी के दिवंगत पूर्व सांसद और बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का गढ़ माना जाता रहा है. लेकिन अब खान ब्रदर्स का नाम वहां गूंज रहा है. जानिए रईस खान कौन हैं और उनकी शहाबुद्दीन के परिवार से क्या दुश्मनी है.
बिहार का सिवान शहर. कभी यहां की फिजाओं में बिहार के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन की तूती बोलती थी. लेकिन अब शहाबुद्दीन के मरने के बाद वहां हालात बदल गए हैं. नए बाहुबली का नाम वहां गूंजता सुनाई दे रहा है. यह नाम है खान ब्रदर्स (khan brothers siwan) के रईस खान का. सिवान के खान ब्रदर्स अयूब खान (बड़ा भाई) और रईस खान (छोटा भाई) पर बिहार सहित कई राज्यों के अलग-अलग थानों में अपराध की लंबी फेहरिस्त दर्ज है.
शहाबुद्दीन और रईस खान के बीच की दुश्मनी भी पुरानी है जो अबतक चली आ रही है. पिता की किडनैपिंग से शुरू हुई यह अदावत अबतक जारी है. हाल ही में भी रईस खान पर हमला हुआ था, जिसका आरोप उन्होंने शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा पर लगाया था.
खान ब्रदर्स पर हत्या, लूट, अपहरण और रंगदारी के मामले दर्ज हैं. खान ब्रदर्स की खासियत ये रही है कि इन लोगों ने हमेशा पूर्व बाहुबली और सिवान के डॉन शहाबुद्दीन का हमेशा विरोध किया है. बड़ा भाई अयूब खान फिलहाल ट्रिपल मर्डर के आरोप में जेल में बंद है.
खान ब्रदर्स पर संगीन आरोप
आरोप है कि कुछ महीने पहले सिवान के विशाल सिंह, अंशु सिंह और प्रमेंद्र यादव की हत्या कर अयूब खान ने लाश को गायब कर दिया था. पुलिस की जांच में बात सामने आई थी कि बड़े खान ने इन तीनों के लाश को टुकड़े-टुकड़े कर नदी के घाट पर दफना दिया था.
दूसरी ओर रईस खान ने शहाबुद्दीन की तरह सियासत में भी हाथ आजमाने की कोशिश की. रईस खान ने विधान परिषद का चुनाव सिवान से लड़ा था. रईस की वजह से ही यहां बीजेपी जैसी बड़ी पार्टी तीसरे नंबर पर चली गई. जबकि रईस खान दूसरे नंबर पर रहा. रईस को इस चुनाव में 1366 वोट मिले थे. सिवान में रईस खान यह दिखाने की कोशिशों में है कि शहाबुद्दीन नहीं बल्कि उसका परिवार मुस्लिमों का नेता है.
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