
कौन हैं विश्वेश्वरय्या जिनके नाम से मनाया जाता है इंजीनियर्स डे
BBC
15 सितंबर 1860 को जन्मे डॉक्टर विश्वेश्वरय्या को इंजीनियरिंग में उनके योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
सोशल मीडिया पर आज सुबह से ही #EngineersDay टॉप ट्रेंड है. इंजीनियर्स डे सर विश्वेश्वरय्या के जन्मदिन के मौक़े पर मनाया जाता है.
सर विश्वेश्वरय्या का पूरा नाम सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या था. आज यानी 15 सितंबर का दिन अभियन्ता दिवस (इंजीनियर्स डे) उन्हीं को याद करते हुए मनाया जाता है.
वो मैसूर के 19वें दीवान थे जिनका कार्यकाल साल 1912 से 1918 के बीच रहा. उन्हें न सिर्फ़ 1955 में भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया बल्कि सार्वजनिक जीवन में योगदान के लिए किंग जॉर्ज पंचम ने उन्हें ब्रिटिश इंडियन एम्पायर के नाइट कमांडर के सम्मान से भी नवाज़ा.
वो मांड्या ज़िले में बने कृष्णराज सागर बांध के निर्माण के मुख्य स्तंभ माने जाते हैं और उन्होंने हैदराबाद शहर को बाढ़ से बचाने का सिस्टम भी दिया.
विश्वेश्वरय्या के पिता संस्कृत के जानकार थे. वो 12 साल के थे जब उनके पिता का निधन हो गया. शुरुआती पढ़ाई चिकबल्लापुर में करने के बाद वो बैंगलोर चले गए जहां से उन्होंने 1881 में बीए डिग्री हासिल की. इसके बाद पुणे गए जहां कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग में पढ़ाई की.