कौन हैं ब्रिटेन के PM की रेस में 'दिवाली धमाका' करने वाले ऋषि सुनक, जिन्होंने UK में रचा इतिहास
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लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद यूके के नए प्रधानमंत्री भारतीय मूल के ऋषि सुनक होंगे. ऋषि सुनक ने टोरी लीडरशिप चुनाव में पेनी मोरडॉन्ट को मात देकर जीत हासिल की है. जानिए ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बारे में सबकुछ.
भारतीय मूल के ऋषि सुनक इतिहास बनाते हुए ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं. ऋषि सुनक पहले ऐसे भारतवंशी हैं, जो यूके सरकार का सबसे बड़ा पद संभालेंगे. ऋषि सुनक ने टोरी लीडरशिप चुनाव में पेनी मोरडॉन्ट को पीछे छोड़ते हुए प्रधानमंत्री की कुर्सी पर कब्जा कर लिया है.
रिपोर्ट्स की मानें तो ऋषि सुनक को 180 से ज्यादा कंजर्वेटिव सांसदों का समर्थन था, जबकि समर्थन के मामले में पेनी काफी पीछे रह गईं. जिसके बाद पेनी ने अपना नाम वापस ले लिया और ऋषि सुनक के नाम का आधिकारिक ऐलान कर दिया गया.
कौन हैं भारतीय मूल के ऋषि सुनक
ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पैटन में हुआ था. ऋषि के पिता डॉक्टर और मां एक दवाखाना चलाती थीं. ऋषि सुनक तीन बहन-भाई हैं जिनमें वे सबसे बड़े हैं. ऋषि सुनक के दादा-दादी का जन्म पंजाब प्रांत (ब्रिटिश इंडिया) में हुआ था, जबकि ऋषि सुनक के पिता का जन्म केन्या तो उनकी मां का जन्म तंजानिया में हुआ था.
ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के विंचेस्टर कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में पढ़ाई की, जिसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से की. ऑक्सफोर्ड में ऋषि सुनक ने फिलोसॉफी और इकॉनोमिक्स को पढ़ा. इसके बाद ऋषि सुनक ने स्टैनफोर्ड से एमबीए भी किया. इस दौरान वे यूनिवर्सिटी में स्कॉलर थे. पढ़ाई पूरी करने के बाद ऋषि सुनक ने गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए.
करियर के शुरुआती दिनों में जब ऋषि राजनीति में नहीं आए थे, तब उन्होंने एक अरब पाउंड की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की स्थापना की. इस कंपनी की खासियत थी कि यह ब्रिटेन में छोटे स्तर के कारोबारों में निवेश के लिए काफी सहायक थी.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.