
कोविड-19: कोरोना वायरस के कारण बढ़ सकते हैं डायबिटीज़ के मामले
BBC
डॉक्टर मानते हैं कि बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों में डायबिटीज़ का ख़तरा बढ़ गया है.
बात बीते साल सितंबर के महीने की है. कोविड-19 के गंभीर संक्रमण से जूझ रहे विपुल शाह मुंबई के एक अस्पताल में 11 दिनों तक भर्ती थे. 47 साल के विपुल को पहले से डायबिटीज़ की शिकायत नहीं थी इसलिए डॉक्टरों ने कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए उन्हें स्टेरॉयड दिए. कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण फेफड़ों में सूजन आ जाती है जिसे कम करने के लिए डॉक्टर स्टेरॉयड का इस्तेमाल करते हैं. इसके ज़रिए व्यक्ति को कुछ हद तक शरीर में वायरस से लड़ रही रोग प्रतिरोधक शक्ति को होने वाले नुक़सान से भी बचाया जा सकता है. लेकिन स्टेरॉयड का इस्तेमाल शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को कम करता है. डायबिटीज़-ग्रस्त लोगों के अलावा आम कोविड-19 मरीज़ों के ख़ून में ये शुगर की मात्रा बढ़ा सकता है. कोरोना संक्रमण से ठीक हुए विपुल को अब एक साल का वक्त हो चुका है, लेकिन वो अभी भी अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित करने की दवाई ले रहे हैं. पेशे से स्टॉक ट्रेडर विपुल शाह कहते हैं, "मैं ऐसे कई लोगों को जानता हूं जो मेरी तरह कोविड-19 से ठीक होने के बाद डायबिटीज़ को कंट्रोल करने के लिए दवाई ले रहे हैं."More Related News