![कोविड संकट: क्या सरकार की आलोचना से देश की छवि बिगड़ती है](http://thewirehindi.com/wp-content/uploads/2020/08/Narendra-Modi-PIB-Photo-e1596307156667.jpg)
कोविड संकट: क्या सरकार की आलोचना से देश की छवि बिगड़ती है
The Wire
कोविड प्रबंधन की आलोचना को मोदी सरकार छवि ख़राब करना बता रही है. हालांकि देश की छवि तब भी बिगड़ती है, जब प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार में प्रतिद्वंद्वी महिला मुख्यमंत्री को ‘दीदी ओ दीदी’ कहकर चिढ़ाने पर उतर आते हैं. वह तब भी बिगड़ती है, जब उनके समर्थक हत्यारी भीड़ में बदल जाते हैं या बलात्कारियों के पक्ष में तिरंगे लहराकर जुलूस निकालते हैं.
सरकारों के खेल भी निराले होते हैं! खासकर नाकाम सरकारों के. इसे यूं समझ सकते हैं कि इन दिनों के हमारे सत्ताधीश विपक्ष में हुआ करते थे तो इनकी कारस्तानियों से निपटती-निपटती थक जाने वाली सरकारें इन पर देश तोड़ने की कोशिशों का ‘महाभियोग’ लगाकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री मान लेती थीं. शायद उन्हें लगता था कि इसके बाद जनता खुद इनसे निपट लेगी. तब इनके समर्थक बचाव में कहा करते थे कि देश कोई ककड़ी या खीरा नहीं है. लेकिन अब, जब इन्होंने अपने तईं ‘अपनी जनता’ बनाकर, सब कुछ बदल डालने के वायदे पर, सत्ता हथियाकर उसकी उम्र सात साल कर ली है, तो भी, जैसे ही कोई इनके किसी फैसले या कदम का विरोध अथवा किसी कमजोरी की ओर इंगित करता है, पुरानी सरकारों की ही लीक पर चलते हुए, ये उस पर देश को बदनाम करने या उसकी छवि बिगाड़ने की तोहमत चस्पां करने लगते हैं. हालांकि इनका अपना इतिहास यह है कि स्वर्गीय राजीव गांधी ने अपने प्रधानमंत्रीकाल में पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के कथन ‘मेरा भारत महान’ को नारे के तौर पर आगे बढ़ाना शुरू किया तो इन्होंने इस हद तक उसका मजाक उड़ाया कि उन्हें कहना पड़ा था, ‘मेरा भारत महान है, इनका बेईमान होगा.’ पिछले दिनों विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने कोरोना से लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की काहिलियां गिनाते हुए कह दिया कि उनके चलते देश में ‘कोविड’ वायरस ‘मोविड’ में बदल गया है, अस्पतालों में बेड, दवाओं, इंजेक्शनों, उपकरणों व ऑक्सीजन वगैरह की कमी के कारण जाने गंवाने वालों के परिजनों के लिए यह ‘मोदी मेड पैंडेमिक’ और हम सब के लिए ‘भारत की बदनामी का सबब’ है, तो सरकार और सरकारी पार्टी के प्रवक्ताओं की ओर से यही ‘जवाब’ आया कि वह विदेशों में देश की उस छवि के ध्वंस पर आमादा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सात सालों में बड़े जतन से गढ़ी है.More Related News