!['कोविड का कोई विश्वसनीय प्राकृतिक पूर्वज नहीं', लैब विवाद के बीच शोध में दावा](https://c.ndtvimg.com/2021-05/qi8v20a8_wuhan-virus-labreuters-_625x300_24_May_21.jpg)
'कोविड का कोई विश्वसनीय प्राकृतिक पूर्वज नहीं', लैब विवाद के बीच शोध में दावा
NDTV India
ब्रिटिश प्रोफेसर एंगस और नार्वे के साइंटिस्ट डॉ. बिर्गर सोरेनसेन द्वारा नये रिसर्च पेपर का हवाला देते हुए कहा कि नोवल कोरोना वायरस कोई विश्वसनीय प्राकृतित पूर्वज नहीं है और इस खतरनाक वायरस को चीनी वैज्ञानिक द्वारा बनाया गया है जो वुहान लैब में गेन ऑफ फंक्शन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे.
कोरोना की उत्पत्ति कैसे हुई, इसे लेकर विश्वभर में बहस चल रही है. इस बीच एक नये शोध के मुताबिक कोरोना को चीन के वुहान में एक लैब में एक वैज्ञानिक द्वारा विकसित किया है. इसके बाद इस वायरस को रिवर्स-इंजीनियरिंग वर्जन से इसे ढकने की कोशिश की गई, ताकि ये लगे कि कोरोना वायरस चमगादड़ द्वारा प्राकृतिक रूप से विकसित हुआ है. रविवार को डेली मेल ने ब्रिटिश प्रोफेसर एंगस और नार्वे के साइंटिस्ट डॉ. बिर्गर सोरेनसेन द्वारा नये रिसर्च पेपर का हवाला देते हुए कहा कि नोवल कोरोना वायरस कोई विश्वसनीय प्राकृतित पूर्वज नहीं है और इस खतरनाक वायरस को चीनी वैज्ञानिक द्वारा बनाया गया है जो वुहान लैब में गेन ऑफ फंक्शन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे.More Related News