कोरोना से पिता की मौत के बाद दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं बच्चे, कब खबर लेगा प्रशासन
ABP News
यूपी के फिरोजाबाद जिले में एबीपी गंगा की टीम ने एक परिवार की केस स्टडी की तो कहानी कुछ और ही निकली. परिवार का कहना है कि उनके पास तो अभी तक कोई सूचना ही है कि सरकार उनकी मदद करेगी. बच्चों के पिता की मौत कोरोना के चलते हुई है.
फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना से माता-पिता की या दोनों में से एक की मौत होने पर अनाथ बच्चों को चिन्हित करके उनकी मदद कर रही है. बात फिरोजाबाद की करें तो जिले में भी 25 बच्चों को चिन्हित किया गया है, जिसमें फिरोजाबाद ब्लॉक में 10 बच्चे, नारखी ब्लॉक से 7 बच्चे, शिकोहाबाद में 5 बच्चे, टूंडला तहसील में 3 बच्चे हैं जिनकी मदद की जाएगी. लेकिन, एबीपी गंगा की टीम ने इन 25 बच्चों को लेकर एक परिवार से केस स्टडी की तो कहानी कुछ और ही निकली. परिवार का कहना है कि उनके पास तो अभी तक कोई ऐसी सूचना ही नहीं है. कोरोना ने ले ली पिता की जान फिरोजाबाद ब्लॉक में रहने वाला ये परिवार विभव नगर में रहता है. इस परिवार में दो मासूम बच्चे हैं. 8 साल का अवशयू अग्रवाल और 6 वर्ष की अनाया. इन दोनों के सिर से पिता का साया कोरोना ने छीन लिया है. इन बच्चों के पिता विकास अग्रवाल जिनकी उम्र 38 वर्ष थी, उनकी कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट 22 अप्रैल को आई. 24 अप्रैल को उन्हें सरकारी हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड भर्ती कर दिया गया. 4 दिन में भर्ती रहे और 28 अप्रैल को उनकी मौत हो गई.More Related News