
कोरोना सेकंड वेव ने दर्द में दवा दी, शायद हम तीसरी लहर से बच जाएं
The Quint
Raghav's take 18th June: कोरोना सेकंड वेव ने दर्द और दवा दी है,शायद हम तीसरी लहर से बच जाएं. पब्लिक को कैश रिलीफ, CBSE 12वीं रिजल्ट और PSU की दुर्गति पर राघव बहल की राय Raghav bahl opinion on aiims sero survey, cash relief and cbse 12 result
कोरोना की दूसरी लहर की तबाही में भी है उम्मीद की एक किरण, पब्लिक को सरकार से चाहिए कैसी मदद और सरकार कंपनियों में गलत नीतियों की पुरानी कहानी जारी. साथ ही CBSE 12वीं रिजल्ट और स्विस बैंकों में भारतीय जमा बढ़ने जैसे मुद्दों पर, द क्विंट के एडिटर इन चीफ राघव बहल की राय.हमें हमेशा से पता था कि ये महामारी दो एकदम अलग तरीकों से खत्म होगी. वैज्ञानिक तरीका ये है कि एक बड़ी आबादी को कोरोना वैक्सीन लग जाए. क्रूर और मध्यकालीन तरीका ये है कि वायरस बहुत बड़ी आबादी को संक्रमित कर दे. कमजोरों की जान ले ले और बच गए लोगों में एंटीबॉडी (Antibody) बना दे. एक तरह से मुंबई के धारावी में कोरोना की पहली लहर में यही हुआ. अब अगर रिपोर्ट सही हैं तो एम्स की एक स्टडी से पता चल रहा है कि कोरोना की भयावह दूसरी लहर तबाही के साथ ही एक उम्मीद की किरण छोड़े जा रही है. आशंका है कि 60% से ज्यादा युवा और 55% से ज्यादा बच्चे कोरोना संक्रमित हुए, जीवित बच गए और उनके शरीर में एंटीबॉडी बनी. शायद ग्रामीण भारत को कोरोना ने और भयंकर दर्द और दवा दी है. क्योंकि गोरखपुर में 88% लोगों में एंडीबॉडी पाई गई है.अगर ये भयावह और चौंकाने वाले आंकड़े बाकी देश के लिए भी सही हैं, तो शायद हम ज्यादा संक्रामक तीसरी लहर से बच जाएं. दुआ कीजिए ऐसा ही हो.ADVERTISEMENTपब्लिक को 3 नहीं 6 लाख करोड़ दीजिए, लोन नहीं, कैशCII ने सरकार को कहा है कि वह अर्थव्यवस्था में डायरेक्ट कैश प्रोत्साहन के तौर पर 3 लाख करोड़ रुपए डाले. उन्होंने उसी बात को दोहराया है जो हम जैसे लोग बोलते-बोलते और लिखते-लिखते थक गये-यानी प्लीज गरीबों को सीधे कैश ट्रांसफर करें, ईंधन और अन्य सामान पर अप्रत्यक्ष टैक्स में तेजी से कटौती करें, रोजगार गारंटी कार्यक्रमों के लिए खर्च बढ़ाएं और बैंकों में बड़ी इक्विटी डालें ताकि वे उन उद्यमों को लोन दे सकें जिनका कैश फ्लो सूख गया है. सच कहूं तो मेरा मानना है कि कुल राशि CII द्वारा बताई गई राशि की दुगनी होनी चाहिए लेकिन ठीक है, कम से कम कहीं से तो शुरुआत करें.हालांकि सरकार के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए क्या होगा, आपको पता ही है-हमें लोन में छूट के कई ऐलान मिलेंगे-जैसे 20 लाख करोड़ रुपए का लोन- जो सरकार और उसके मित्र पत्रकारों को सीना गर्व से फुलाने और यह कहने का मौका देंगे कि "देखो आपने 3 लाख करोड़ रुपए मांगे लेकिन हम...More Related News