
कोरोना: सर्बिया भारतीयों के लिए क्या 'क्वारंटीन सेंटर' बन गया है?
BBC
भारत में कोरोना के मामलों को देखते हुए यहां के यात्रियों को कई देशों में सीधे दाख़िल होने की अनुमति नहीं है. वहां पहुंचने से पहले उन्हें कुछ दिन सर्बिया जैसे देशों में ग़ुज़ारने पड़ते हैं.
नीली टी शर्ट, गाढ़े रंग की पैंट और काला चश्मा लगाए एक व्यक्ति बेलग्रेड की तपती दोपहर में सड़क के किनारे एक बेंच पर बैठा है. क़रीब 40 साल की उम्र के इस व्यक्ति का नाम बदरू शेख़ है और वो पूर्वी भारत से सर्बिया आए हैं. वो मुस्कुताते हुए कहते हैं, "यहां गर्मी नहीं, ठंड है," वो भी एक ऐसे समय में जब सर्बिया में मौसम विभाग ने गर्मी को लेकर ऑरेंज एलर्ट जारी कर रखा है. रास्ते पर चल रहे दूसरे लोगों को गर्मी के कारण बहुत मुश्किलें हो रही हैं, वो सड़क के किनारे छांव तलाश रहे हैं. बदरू शेख़ कहते हैं, "भारत में मेरे शहर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस है, बहुत उमस भी है. सऊदी, जहां मैं काम करता हूं, वहां का तापमान 50 डिग्री से भी ज़्यादा है. इसलिए यहां तो ठंड ही है."More Related News