कोरोना वैक्सीन क्यों है बेहद जरूरी? BHU के वायरोलॉजिस्ट ने समझाया
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बीएचयू के वायरोलॉजिस्ट का कहना है वैक्सीन असरकारक है और वैक्सीन लगवाने के बाद भी आप कोरोना पॉजिटिव हो जाते हैं, तो आपकी हालत गंभीर नहीं होगी. उन्होंने कहा कि जनवरी 2021 के बाद लोग लापरवाह हो गए, इस वजह से संक्रमण तेजी से फैला.
कोरोना के डर के बीच बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर सुनीत कुमार सिंह ने दावा किया है कि वैक्सीन असरकारक है और वैक्सीन लगवाने के बाद भी आप कोरोना पॉजिटिव हो जाते हैं, तो आपकी हालत गंभीर नहीं होगी. उन्होंने ये भी कहा कि इस साल की शुरुआत तक तो लोगों ने कोरोना को गंभीरता से लिया. सारे प्रोटोकॉल माने, लेकिन उसके बाद मास्क लगाना छोड़ दिया, दूरी बनानी छोड़ दी, लापरवाही बरतने लगे, इस वजह से संक्रमण तेजी से फैल गया. प्रोफेसर सुनीत सिंह बीएचयू के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में स्थित मॉलिक्यूलर बायोलॉजी यूनिट के विभागाध्यक्ष हैं. कुछ मामलों में आरटी-पीसीआर टेस्ट फेल साबित हुआ है. इसके जवाब में प्रोफेसर सुनीत कुमार सिंह ने बताया, "मै इससे इसलिए सहमत नहीं हूं, क्योंकि ये टेस्ट उसी सार्स कोविड के कुछ हिस्से और जीन्स को लेकर बनाया गया है. इसलिए मैं इस बात से सहमत नहीं हो सकता कि पूरी तरह से आरटी-पीसीआर टेस्ट फेल हो रहा है. अगर ऐसा कहीं हो भी रहा है, तो उसके कई तकनीकी कारण हो सकते हैं. जैसे कि सैंपल ही प्रॉपर तरीके से कलेक्ट न किया जा रहा हो या फिर सैंपल में अगर आरएनए रहेगा ही नहीं तो पॉजिटिव व्यक्ति भी निगेटिव ही दिखेगा. लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आरटी-पीसीआर टेस्ट कोरोना वायरस को डिटेक्ट नहीं कर पा रहा है."सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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