कोरोना वायरस: रोग-प्रतिरोधक क्षमता दुरुस्त रहे, इसके लिए क्या करें
BBC
बढ़ती उम्र के साथ हमारा शरीर बीमारियों से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण कोशिकाओं को बनाना बंद कर देता है. यह एक प्रमुख कारण है कि बुज़ुर्गों के लिए कोविड-19 को ज़्यादा ख़तरनाक माना जा रहा है.
कोविड-19 महामारी ने लोगों को उनकी सेहत को लेकर जागरूक करने का काम किया है. लोगों को इस बात का बख़ूबी एहसास कराया है कि स्वस्थ जीवन के लिए रोग-प्रतिरोधक क्षमता का बेहतर होना कितना ज़रूरी है. यह जटिल नेटवर्क ही वो हथियार है जो हमारे शरीर को बीमारियों और संक्रमण से सुरक्षित रखता है. शरीर के किसी भी दूसरे हिस्से की तरह, प्रतिरक्षा प्रणाली भी साल-दर-साल कमज़ोर होती जाती है. जिसका सीधा मतलब ये है कि हमारे बीमार पड़ने की आशंका बढ़ जाती है. हमारे संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है. यह एक बड़ा कारण है कि ऐसे समय में जब कोविड महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया तो बुज़ुर्गों को ज़्यादा एहतियात बरतने के दिशा-निर्देश दिए गए. विशेषज्ञों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो लोग 65 साल की उम्र के पार हैं, उनके संक्रमित होने की आशंका काफ़ी अधिक है. उनके लिए जोख़िम तुलनात्मक रूप से अधिक है. हालांकि यह ज़रूरी नहीं है कि हमारा इम्यून सिस्टम बढ़ती उम्र के समानुपात में ही कमज़ोर हो.More Related News