कोरोना: राजस्थान में होली समारोहों पर सख्ती, MP के चार और शहरों में संडे लॉकडाउन, नांदेड़ में भी पाबंदियां
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महाराष्ट्र-यूपी-दिल्ली के बाद अब राजस्थान की सरकार ने भी सार्वजनिक रूप से त्योहार मनाने पर रोक लगा दी है. सरकार ने आदेश दिया है कि होली और शब-ए-बारात को सार्वजनिक तौर पर ना मनाया जाए.
देश में तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के बीच होली को लेकर सरकारें सख्त हो गई हैं. महाराष्ट्र-यूपी-दिल्ली के बाद अब राजस्थान की सरकार ने भी सार्वजनिक रूप से त्योहार मनाने पर रोक लगा दी है. सरकार ने आदेश दिया है कि होली और शब-ए-बारात को सार्वजनिक तौर पर ना मनाया जाए. इतना ही नहीं 25 मार्च से अब रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टेशन पर जयपुर आने के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी होगा. पहले ये शर्त सिर्फ केरल-महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-गुजरात-पंजाब से आने वाले लोगों के लिए लागू की गई थी. अब हर किसी के लिए इसे लागू कर दिया गया है. दरअसल, राजस्थान में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पिछले एक महीने में कोरोना के एक्टिव केस 60 से बढ़कर 600 से ऊपर हो गए हैं. अकेले 24 घंटे में ही 40 फीसदी कोरोना के मरीज़ ज़्यादा बढ़े हैं. ऐसे में त्योहारों के साथ-साथ राजस्थान सरकार ने उपचुनाव में भी अधिकारियों को सख़्त हिदायत दी है कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने के नियमों का पालन हो.दिल्ली-यूपी समेत कई राज्य लगा चुके हैं पाबंदी बता दें कि कोरोना की बढ़ती रफ्तार और त्योहारों के कारण पहले ही कई राज्य सरकारों ने अपने यहां सख्ती बढ़ा दी है. उत्तर प्रदेश सरकार ने ताजा गाइडलाइन्स जारी की है जिसमें किसी तरह की पार्टी, सार्वजनिक कार्यक्रम पर रोक लगा दी गई है. यहां तक कि अगर सोसाइटी में भी कोई कार्यक्रम करना है, तो उसके लिए परमीशन लेनी होगी. यूपी की तरह ही दिल्ली में भी ऐसा हुआ है. दिल्ली में होली को सार्वजनिक तौर पर मनाने की पाबंदी है, साथ ही शब ए बारात के लिए भी सख्ती बढ़ा दी गई है.मध्य प्रदेश के कई शहरों में संडे लॉकडाउन मध्य प्रदेश में कोरोना का संकट बढ़ने के बाद सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. पहले ही कई शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया था, अब चार और शहरों में रविवार को लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. मध्य प्रदेश में अब इंदौर, भोपाल, जबलपुर, रतलाम, बैतूल, छिंदवाड़ा और खरगौन में हर रविवार को लॉकडाउन रहेगा. यानी इस दौरान किसी के भी बाहर निकलने पर पाबंदी होगी. राज्य में फिर 24 घंटे में कोरोना के नए केस की संख्या 2000 के करीब तक पहुंची है. महाराष्ट्र में पाबंदियों में बढ़ोतरी महाराष्ट्र कोरोना की इस नई लहर का एपिसेंटर है, जिसके कारण यहां पाबंदियों की भरमार है. बीते दिन बीड में 26 मार्च से 4 अप्रैल तक का संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान हो गया. तो वहीं नांदेड़ में भी एक्टिव केस की संख्या 1300 पार होने के बाद 25 मार्च से 4 अप्रैल तक का लॉकडाउन लगा दिया गया है. महाराष्ट्र के कई शहरों में पहले ही नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है.सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
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हिंदी साहित्य के विमर्श के दौरान आने वाले संकट और चुनौतियों को समझने और जानने की कोशिश की जाती है. हिंदी साहित्य में बड़े मामले, संकट और चुनने वाली चुनौतियाँ इन विमर्शों में निकली हैं. महत्वपूर्ण विचारकों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. हिंदी साहित्यकार चन्द्रकला त्रिपाठी ने कहा कि आज का विकास संवेदन की कमी से ज्यादा नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रेम के लिए वस्तुओं की तरफ झूक रहा है, लेकिन व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाता कम है. त्रिपाठी ने साहित्यकारों के सामने मौजूद बड़े संकट की चर्चा की. ये सभी महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बातों का केंद्र बनती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं.