कोरोना : महाराष्ट्र में लॉकडाउन जैसी पाबंदी की क्यों आई नौबत, कहाँ चूक गई सरकार?
BBC
एक साल पहले कोरोना संक्रमण रोकने के लिए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन लगाया था. एक साल बाद महाराष्ट्र में फिर वैसी स्थिति बनती नज़र आ रही है. आख़िर चूक कहाँ हुई?
सभी वायरस प्राकृतिक तौर पर म्यूटेट करते हैं यानी अपनी संरचना में बदलाव करते हैं ताकि उसके जीवित रहने की और प्रजनन की क्षमता बढ़ सके. कोरोना वायरस की जीने की यही इच्छा उसे ख़ुद को बदलने पर मजबूर कर रही है. लेकिन ऐसी बदलने की इच्छी भारत में ना तो सरकारों में देखने को मिल रही है और ना ही जनता में. वरना एक साल बाद महाराष्ट्र में भला दोबारा से लॉकडाउन जैसी पाबंदी देखने को क्यों मिलती? महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात आठ बजे से राज्य में कड़ी पाबंदियाँ लागू करने की बात कही है. भले ही उन्होंने इसे लॉकडाउन का नाम नहीं दिया, लेकिन कर्फ़्यू से थोड़ा ज़्यादा और लॉकडाउन से थोड़ा कम ही माना जा रहा है. पिछले साल मार्च में जब कुछ घंटों की नोटिस पर देश भर में लॉकडाउन की घोषणा की गई थी, तो कई राजनीतिक पार्टियों ने इसका विरोध किया था.More Related News