
कोरोना महामारी का असर: लॉकडाउन से अप्रैल में भारत की आर्थिक गतिविधि हुई धीमी
ABP News
सब्जियों, अनाज और खाने- पीने की दूसरी वस्तुओं के दाम घटने से खुदरा मुद्रास्फीति की रफ्तार अप्रैल में धीमी पड़कर 4.29 प्रतिशत रही. यह पिछले तीन महीने में मुद्रास्फीति का सबसे निचला आंकड़ा है.दूसरी लहर ने पहली लहर के संबंध में ग्रामीण भारत पर अधिक प्रभाव डाला है. पहली लहर में ग्रामीण भारत काफी हद तक अप्रभावित था. अगले कुछ हफ्तों में राज्यों में प्रतिबंधों में धीरे-धीरे ढील की संभावना है.
कोरोना वायरस: देश में जानलेवा कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है. हालांकि अब नए मामलों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है. दूसरी लहर के दौरान देश के लगभग सभी बड़े राज्यों ने लॉकडाउन की घोषणा की, जो अभी भी जारी है. महामारी से देश की अर्थव्यवस्था को भी चोट पहुंची है. अप्रैल में देश की आर्थिक गतिविधि धीमी हुई है. लॉकडाउन में अर्थव्यवस्था के कमजोर होने पर ब्लूमबर्ग के अर्थशास्त्री अभिषेक गुप्ता का कहना है कि केंद्र सरकार के पास नकद राहत देने के लिए पूंजी नहीं है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से 99 हजार 122 करोड़ का लाभांश मिला है, लेकिन राहत पैकेज के रूप में अभी सिर्फ टैक्स छूट ही दी जा सकती है.More Related News