कोरोना पर ये थे वो ट्वीट जिन्हें सरकार के कहने पर ट्विटर ने हटाया
The Quint
COVID Crisis India: माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने हाल ही में 52 ट्वीट्स को सेंसर कर दिया था. ये ट्वीट्स कोरोना वायरस को लेकर किए गए थे. Twitter has censored many tweets that were critical of Modi govt handling of COVID-19 crisis in India.
माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने हाल ही में 52 ट्वीट्स को सेंसर कर दिया था. ये ट्वीट्स कोरोना वायरस को लेकर किए गए थे. अब इन ट्वीट्स को लेकर एक रिव्यू में सामने आया है कि इसमें भारत में कोरोना वायरस संकट पर गौर किया गया और इसे संभालने में नाकाम रही मोदी सरकार की आलोचना की गई थी.24 अप्रैल को ये खबर सामने आई थी कि ट्विटर ने महामारी हैंडल करने को लेकर मोदी सरकार की आलोचना करते 50 से ज्यादा ट्वीट्स को हटा दिया है.ट्वीट्स के रिव्यू में सामने आया है कि इनमें भारत में कोविड संकट को हाईलाइट किया गया था और सरकार के आपदा को सही से हैंडल नहीं करने को लेकर आलोचना की गई थी.ट्वीट्स में क्या लिखा था?जिन ट्वीट्स को हटाया गया है, उसमें पीएम मोदी के इस्तीफे की मांग सहित कोविड स्थिति, तबलीगी जमात विवाद, हाल ही में हुए कुंभ मेला, जिसके बाद पॉजिटिव केसों की संख्या में काफी उछाल आया, जैसी बातें की गई थीं.भारत की टेक पॉलिसी पर नजर रखने वाला न्यूज पोर्टल, मीडियानामा के मुताबिक, जिन लोगों के ट्वीट सेंसर किए गए हैं, उसमें पश्चिम बंगाल में मंत्री मलय घटक, एक्टर विनीत कुमार सिंह, फिल्ममेकर विनोद कापड़ी और अविनाश दास और सांसद रेवंत रेड्डी शामिल हैं.रेड्डी ने भारत में कोविड के रोजाना आते दो लाख केसों और चरमराते हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को हाईलाइट करने के लिए #ModiMadeDisaster हैशटैग का इस्तेमाल किया था. ये सभी ट्वीट भारत में सेंसर कर दिए गए हैं और केवल बाहर के लोग ही इसे देख सकते हैं.वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री मलय घटक ने ट्वीट में लिखा था, “कोरोना को कमतर आंकने और मिसमैनेजमेंट की वजह से इतने लोगों को मरने छोड़ने के लिए भारत कभी पीएम नरेंद्र मोदी को माफ नहीं करेगा.” घटक ने अपने ट्वीट में मोदी को 'नीरो' भी कहा था.ABP न्यूज एडिटर पंकज झा ने अपने ट्वीट में तबलीगी जमात और कुंभ मेला (जिसे कोविड की दूसरी वेव में भी जारी रखा गया) को लेकर सरकार के डबल स्टैंडर्ड पर सवाल खड़ा किया था.एक्टर विनीत सिंह ने महामारी के बीच में राजनीतिक रैलियों और दवाइयों की कमी की आलोचना की थी, जिसे सेंसर कर दिया गया.फ्रीलांस जर्नलिस्ट और एक्टिविस्ट पीटर फ्रेडरिक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कंफर्म किया कि उन्हें माइक्रो ब्लॉगिंग कंपनी से ट्वीट के लिए नोटिस मिला है.फ्र...More Related News