कोरोना ने बच्चों के टीकाकरण अभियान पर लगाया ब्रेक, 2.3 करोड़ बच्चों को नहीं लग पायी वैक्सीन
ABP News
कोरोना महामारी के कारण विश्व में 2.3 करोड़ बच्चों को जीवनरक्षक टीका नहीं लगाया गया. इससे भविष्य में इन बच्चों पर खतरा पैदा हो सकता है.
कोरोना महामारी का कहर जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ा है. यहां तक कि इसने बच्चे को भी नहीं छोड़ा है. कोरोना महामारी के कारण 2020 में 2.3 करोड़ बच्चों को जीवनरक्षक टीका नहीं लगाया गया. इससे भविष्य में इन बच्चों पर खतरा पैदा हो सकता है. ये बच्चे सामान्य टीकाकरण कार्यक्रम के तहत जरूरी जीवनरक्षक टीके से वंचित रह गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूनाइटेड नेशन चिल्ड्रेन इमरजेंसी फंड (यूनिसेफ) ने अपनी संयुक्त रिपोर्ट में ये खुलासा किया है कि 2020 में 1.7 करोड़ बच्चे ऐसे रहे जिन्हें किसी भी टीके की एक भी खुराक नहीं लगी जबकि कुल 2.3 करोड़ बच्चे किसी न किसी तरह के जीवनरक्षक टीके से वंचित रह गए. पोलियो, खसरा जैसी बीमारियां नई मुश्किल खड़ी कर सकतीरिपोर्ट के अनुसार महामारी से पहले डीपीटी, खसरा और पोलियों के टीकाकरण की दर 86 फीसदी थी, जबकि डब्ल्यूएचओ का मानक 95 फीसदी है. 2019 में 35 लाख बच्चों को डीटीपी-1 टीके की पहली खुराक नहीं लगी थी. इसी तरह तीस लाख बच्चों को खसरे के टीके की पहली डोज नहीं लग पाई थी.More Related News