
कोरोना ने ध्वस्त किए सरकार के समीकरण, बजट की बड़ी योजनाओं को लग सकता है करारा झटका
ABP News
अब भारतीय अर्थव्यस्था पर कर्ज बढ़ता जा रहा है और दुनिया भर के निवेशकों ने इसकी संभावनाओं पर सवालिया निशान लगाना शुरू कर दिया है. रेटिंग एजेंसियों की ओर से इसका इनवेस्टमेंट ग्रेड घटाया जा सकता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मौजूदा वित्त वर्ष का बजट पेश करने से पहले कहा था कि यह पिछले 100 साल में सबसे बढ़िया बजट होगा. इसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर और हेल्थकेयर में निवेश बढ़ाने, निजीकरण की रफ्तार तेज करने और टैक्स कलेक्शन बढ़ाने से जुड़े प्रावधान किए गए थे. बजट में 10.5 फीसदी के जीडीपी ग्रोथ का अनुमान जताया गया था. उस वक्त कोरोना केस में कमी और कंज्यूमर डिमांड में बढ़ोतरी से इकनॉमी पटरी पर लौटती दिख रही थी लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कहर से सारे समीकरण बिगड़ते दिख रहे हैं. भारत के इनवेस्टमेंट की डाउनग्रेडिंगMore Related News