कोरोना दौर में दिहाड़ी मज़दूर, आत्महत्या को मजबूर : NCRB
BBC
NCRB की 'एक्सिडेंटल डेथ्स एंड सुइसाइड' रिपोर्ट आई है, जिससे पता चलता है कि साल 2020 में आत्महत्या सबसे ज़्यादा दिहाड़ी मजदूरों ने की है.
आत्महत्या एक गंभीर मनोवैज्ञानिक और सामाजिक समस्या है. अगर आप भी तनाव से गुजर रहे हैं तो भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 से मदद ले सकते हैं. आपको अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी बात करनी चाहिए.
साल 2020 की जब बात होगी, कोरोना महामारी का जिक्र ज़रूर आएगा.
कोरोना का जिक्र आते ही आँखों के सामने तस्वीरें आती हैं इलाज के लिए तरसते लोगों की, एम्बुलेंस की, शमशान घाट की, ऑक्सीजन सिलेंडर की और एक शहर से दूसरे शहर पैदल निकले मजदूरों की.
मजदूरों ने बीमारी के साथ साथ भुखमरी की दोहरी मार झेली थी.
अब नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के साल 2020 की 'एक्सिडेंटल डेथ्स एंड सुइसाइड' रिपोर्ट आई है, जिससे पता चलता है कि साल 2020 में आत्महत्या सबसे ज़्यादा दिहाड़ी मजदूरों ने की है.