कोरोना त्रासदी पर मोदी सरकार की ये ग़लतियाँ बहुत ही भारी पड़ीं
BBC
मोदी सरकार को कोरोना की दूसरी लहर से निपटने का पूरा मौक़ा मिला लेकिन कई गलतियां हुईं और लापरवाही बरती गई. अब जब दूसरी लहर की ही तबाही जारी है तो तीसरी की भविष्यणावी कर दी गई है.
सोमवार को, केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पत्रकारों से कहा कि अब दिल्ली या देश में कहीं भी ऑक्सीजन की कमी नहीं है. हालांकि उनसे महज़ कुछ किलोमीटर दूर के कई छोटे अस्पताल सरकार को ऑक्सीजन ख़त्म होने के बारे में इमर्जेंसी मैसेज भेजकर मरीजों की जान बचाने की गुहार लगा रहे थे. बच्चों के एक अस्पताल के मुख्य डॉक्टर ने बीबीसी को बताया कि हमारा कलेजा मुँह में आया हुआ था, क्योंकि ऑक्सीजन के ख़त्म होने पर बच्चों के मरने का ख़तरा था. ऐसे में वहाँ के एक स्थानीय नेता की मदद से समय पर ऑक्सीजन सप्लाई अस्पताल को मिल सकी. इसके बाद भी, केंद्र सरकार बार-बार ज़ोर देकर कह रही है कि देश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में बताया, ''हमें ऑक्सीजन की ढुलाई में दिक्कत हो रही है.'' इसलिए उन्होंने अस्पतालों को दिशानिर्देशों के अनुसार ऑक्सीजन का समझदारी से उपयोग करने की सलाह भी दी.More Related News