
कोरोना टीकाकरण अभियान में निजी क्षेत्र की बड़ी भागीदारी जल्द होगी : नीति आयोग के सदस्य
NDTV India
सीओवीआईडी -19 इनोक्यूलेशन ड्राइव में निजी क्षेत्र की पूर्ण रूप से भागीदारी आवश्यक होगी. क्योंकि इससे आबादी के अधिक से अधिक वर्ग नौकरी के लिए पात्र बन जाते हैं. अभी केवल स्वास्थ्य कर्मियों और सीमावर्ती कर्मियों को ही टीका लगाया जा रहा है. लेकिन इसमें काफी लोग ऐसे भी हैं जो अभी भी टिकाकरण से बच रहे हैं, जबकि सरकार द्वारा बार-बार स्पष्ट किया गया है कि यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित हैं. यह हमारे लिए चिंता का विषय है. इसके साथ ही पॉल ने कहा है कि वो रूसी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-V के भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दिलाने की प्रक्रिया शुरू होने पर बहुत खुश हैं.
कोविड-19 टीकाकरण अभियान में निजी क्षेत्र के बड़े पैमाने की भागीदारी का विवरण कुछ ही दिनों में उपलब्ध होगा. ये जानकारी नीति आयोग के सदस्य और कोरोना टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ वीके पॉल ने NDTV से बात करते हुए दी. उन्होंने बताया कि अभी तक 1.07 करोड़ से अधिक टीका की खुराक स्वास्थ्य कर्मियों और सीमावर्ती कार्यकर्ताओं के लिए भेजे जा चुके हैं. पॉल ने कहा कि वर्तमान में भी स्वास्थ्य कर्मियों और सीमावर्ती कार्यकर्ताओं के लिए कोरोना टीकाकरण अभियान में निजी क्षेत्र को प्रमुख रूप से शामिल किया गया है. इस अभियान में किसी भी दिन 10,000 टीकाकरण सत्रों में से 2,000 का संचालन निजी क्षेत्र के भागीदारी से किया जा रहा है. उन्होंने कहा, “जिस तरह हम कोरोना टीकाकरण अभियान में काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. इससे मानकर चलिए हम कुछ ही दिनों में निजी क्षेत्रों की भागीदारी इसमें और बढ़ा देंगे. बस कुछ ही दिनों की बात है. थोड़ा इंतजार कीजिए.”More Related News