कोरोना की दूसरी लहर के बीच मुंबई में पिछले 15 दिनों में मौतों की संख्या 84% बढ़ी
NDTV India
शाहनवाज़ शेख़ भी मुंबई के मालाड में एक वॉररूम चलाते हैं, उनके पास भी इस समय बेड के लिए दिन में सैकड़ों कॉल आते हैं, लेकिन मदद नहीं कर पा रहे. ऑक्सीजन मैन शाहनवाज़ कहते हैं, ICU वेंटिलेटर के लिए बहुत कॉल आ रहे हैं, कल एक मरीज़ को लेकर 18 अस्पताल के चक्कर परिजन ने लगाए लेकिन ICU बेड नहीं मिल पाया, मरीज़ ने दम तोड़ दिया.’’
Covid-19 Pandemic: कोराना संकट के बीच महानगर मुंबई में बीते 15 दिनों में मौतों की संख्या में 84% बढ़ोत्तरी हुई है. शहर में 98% वेंटिलेटर और 97% ICU बेड फ़ुल हैं. सोशल मीडिया ICU बेड की अर्ज़ियों से पटा पड़ा है. हालत यह है कि ज़मीन पर मदद पहुंचा रहे फ़रिश्ते भी पस्त और लाचार हैं. स्वास्थ्य व्यवस्था भारी दबाव झेल रही है. शहर के 98.56% वेंटिलेटर बेड भरे हैं, 97.67% ICU बेड फ़ुल हैं जबकि 88.67% ऑक्सीजन बेड भी भर चुके हैं. यह तो BMC का आँकड़ा है, लोगों की गुहार और सोशल मीडिया पर ICU बेड की अर्ज़ियों की बाढ़ देखें तो ज़मीनी हालत पता चलती है. राजेश पंजाबी बताते हैं, '70 साल के मरीज़ के लिए वेंटिलेटर बेड की ज़रूरत थी, मैंने BMC हेल्पलाइन पर कॉल किया इसके साथ ही अलग-अलग NGO, दोस्तों से मदद भी मांगी. जहां भी संपर्क कर रहे थे, वेंटिलेटर की सुविधा नहीं थी. एक जगह बात हुई भी तो वहां का वेंटिलेटर पॉर्टबल था और काम ढंग से नहीं कर रहा था. तीन दिनों तक हम तलाशते रहे लेकिन बेड नहीं मिला, फ़ाइनली उनकी हालत में खुद से धीरे धीरे सुधार हुआ.'More Related News