
कोरोना की तीसरी लहर के खिलाफ पहली और दूसरी डोज में 85 दिन का अंतर बन सकता है समस्या, यह है विशेषज्ञों की राय..
NDTV India
भारत के सामने अभी सबसे बड़ी चिंता यह है कि आबादी के बेहद कम प्रतिशत लोगों (4%) को ही वैक्सीन के दोनों डोज लग पाए हैं जबकि 18 फीसदी को केवल एक डोज लगा है.
कोरोनावायरस (coronavirus) की तीसरी लहर की आशंका और चिंताओं के बीच यह सवाल इस समय सामने आ रहा है कि क्या वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज (first and second vaccine dose) के बीच 85 दिन का अंतराल इस राह में अड़चन बन सकता है? आंकड़े बताते हैं कि ऐसे लोगों की संख्या जरूरी तौर पर बढ़ाने की जरूरत है जो वैक्सीन की दोनों डोज लग चुके हैं. वैक्सीन के दोनों डोज को संभावित तीसरी लहर और वायरस के खिलाफ 'जंग' का प्रभावी उपाय माना जा रहा है.More Related News