
कोरोना का कहरः छोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे ग्रेटर नोएडा के गांव, इलाज के इंतजार में कई लोगों की मौत
NDTV India
कोरोना महामारी की प्रलयंकारी दूसरी लहर में रोज हजारों लोग काल के गाल में समा रहे हैं. महामारी से दिल्ली-एनसीआर का बुरा हाल है. लोग इलाज के इंतजार में दम तोड़ दे रहे हैं. इलाज मिल भी रहा है तो आधा अधूरा.
कोरोना महामारी (Coronavirus) की प्रलयंकारी दूसरी लहर (Covid Second Wave) में रोज हजारों लोग काल के गाल में समा रहे हैं. महामारी से दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) का बुरा हाल है. लोग इलाज के इंतजार में दम तोड़ दे रहे हैं. इलाज मिल भी रहा है तो आधा अधूरा. एनडीटीवी ने दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में प्रशासन के इंतजाम के बारे में जानने की कोशिश तो रूह कंपा देने वाली हकीकत सामने आई. ग्रेटर नोएडा के जिन गांवों की बेशकीमती जमीनों पर लाखों करोड़ों के फ्लैट बने हैं उन गांवों में दर्जनों लोगों की कोरोना से मौत हो गई. सैकड़ों लोग बीमार हैं. गौर करने वाली बात ये है कि कोरोना संक्रमण के दौरान ये ग्रामीण झोलाछाप डाक्टरों के भरोसे हैं. हमारे देश में एक हजार आबादी पर एक डाक्टर है इसीलिए स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही है. चुनाव में सेहत कोई मुद्दा रहा ही नहीं. यही वजह है कि श्मशान घाट में जगह नहीं मिल रही है. कब्रिस्तान में जगह नहीं मिल रही है.More Related News