![कोरोना काल में संकट से जूझ रहे थे पांच मंत्रालय, PM मोदी ने नए चेहरों पर लगाया दांव](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202107/health_m_0.jpg)
कोरोना काल में संकट से जूझ रहे थे पांच मंत्रालय, PM मोदी ने नए चेहरों पर लगाया दांव
AajTak
कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expansion) में सबसे अहम रहा महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी को बदलना. सबसे खास बात ये भी है कि पिछले दो साल के कोरोना काल में जिन मंत्रालयों पर देश की सबसे ज्यादा नज़र थी, उनको अब नए हाथों में दे दिया गया है.
नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Government) के दूसरे कार्यकाल का पहला और बड़ा कैबिनेट फेरबदल हो गया है. पीएम मोदी की इस नई टीम में कई युवा, प्रोफेशनल चेहरों को मौका मिला है, तो वहीं कुछ मंत्रियों की छुट्टी भी हुई है. कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expansion) में सबसे अहम रहा महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी को बदलना. सबसे खास बात ये भी है कि पिछले दो साल के कोरोना काल में जिन मंत्रालयों पर देश की सबसे ज्यादा नज़र थी, उनको अब नए हाथों में दे दिया गया है. 1. स्वास्थ्य मंत्रालय...(Health Ministry) कोरोना काल में सबसे अहम रोल स्वास्थ्य मंत्रालय के पास ही रहा था. पिछले डेढ़ साल से देश में जो कुछ भी हो रहा है, उसके केंद्र में स्वास्थ्य मंत्रालय भी रहा है. लेकिन अब डॉक्टर हर्षवर्धन को कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जिस तरह केंद्र सरकार पर सवाल उठे, उसने ना सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी मोदी सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाया, ऐसे में कैबिनेट विस्तार में इसका असर दिखा. अब मनसुख मंडाविया को स्वास्थ्य मंत्रालय की ज़िम्मेदारी दी गई है. कोरोना काल में ऑक्सीजन सप्लाई के मामले में मनसुख मंडाविया ने अहम रोल निभाया था और देश के अलग-अलग हिस्सों में तुरंत सप्लाई पर ज़ोर दिया था. देश जब कोरोना की तीसरी लहर के मुहाने पर खड़ा है, तब नए स्वास्थ्य मंत्री के सामने कई चुनौतियां होंगी.![](/newspic/picid-1269750-20250216084802.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के 12 घंटे बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं. आज तक की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई. लोग दरवाजों से नहीं घुस पा रहे थे तो इमरजेंसी खिड़कियों से अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे. देखें...
![](/newspic/picid-1269750-20250216071535.jpg)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ.
![](/newspic/picid-1269750-20250216064455.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें 9 महिलाएं और कई बच्चे शामिल हैं. स्टेशन पर बिखरे सामान, जूते और कपड़े इस घटना की गवाही दे रहे हैं. भगदड़ के दौरान लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों और एस्केलेटर पर दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म पर सीमित जगह के कारण स्थिति और भी भयावह हो गई. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061033.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर रेलवे का बयान सामने आया है. नॉर्दर्न रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, प्लेटफॉर्म 14-15 के बीच फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसलने से भगदड़ मच गई. उन्होंने बताया कि इस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061019.jpg)
प्रयागराज में संगम स्नान के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त दबाव देखने को मिल रहा है. हालात को संभालने के लिए RPF और GRP की टीम तैनात है, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050509.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद तस्वीरें सामने आई हैं. अपनी जान बचाने के लिए कई लोगों ने फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म शेड पर छलांग लगा दी, जिससे कई यात्री घायल हो गए. भगदड़ के बाद प्लेटफॉर्म पर जूते, बैग, टूटी चप्पलें और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है, जिसे अब हटाने का काम जारी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050500.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर हुई भगदड़ के भयावह मंजर को याद कर लोगों की रूह कांप रही है. हादसे की गवाह एक महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए निकली थीं. महिला ने कहा कि हम आधे घंटे तक दबे रहे, मेरी ननद की मौत हो गई... हम उसे उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मुंह से झाग आ रहा था.