कोरोना: अमेरिका में रहने वाले भारतीयों को सता रही है परिवार की चिंता
BBC
ज़्यादातर लोग रोज़ाना फ़ोन या वीडियो चैट के ज़रिए भारत में अपने परिवार वालों और और दोस्तों से हालचाल ले रहे हैं.
भारत में कोविड संक्रमण के कारण मचे हाहाकार से अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के लोग भी परेशान हैं. शायद ही कोई ऐसा है जिनका कोई जानने वाला, दोस्त या परिवार का सदस्य संक्रमण का शिकार न हुआ हो. ज़्यादातर लोग रोज़ाना फ़ोन या वीडियो चैट के ज़रिए भारत में अपने परिवार वालों और और दोस्तों से हालचाल ले रहे हैं. आए दिन लोगों के कोरोना पॉज़िटिव होने या मौत की ख़बरें मिल रही हैं. बहुत से ऐसे लोग हैं, जिनके परिवार वाले भारत में कोरोना से संक्रमित हैं, लेकिन वो उनसे मिलने नहीं जा पा रहे. जिन अमेरिकी नागरिकों के पास भारत का ओआईसी कार्ड नहीं है, वो भारत जाने के लिए इमरजेंसी वीज़ा लेने की कोशिश कर रहे हैं. कई लोग ज़रूरत से समय वहाँ नहीं पहुँच पा रहे हैं. मूल रूप से चेन्नई के रहने वाले वेंकटेश क्रिश अमेरिका के वॉशिंगटन प्रांत में रहते हैं. उनके माता-पिता की तबीयत ख़राब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. वेंकटेश अपने माता पिता के लिए अमेरिका से अस्पताल खोजने ही कोशिश कर रहे थे. वेंकटेश बताते हैं, "वहाँ संक्रमण के डर से लोग मदद को नहीं पहुँच पा रहे, मरीज़ टैक्सी भी इसीलिए नहीं ले पा रहे. अस्पतालों का तो बहुत ही बुरा हाल है. मेरे पिता जी ने सरकारी अस्पताल में ही भर्ती होना चाहा, जहाँ घंटों से सिर्फ़ टोकन लेने के लिए लंबी लाइन लगी हुई थी."More Related News