![कॉलोनियों में चल रही नाव, डूबे मकान...वाराणसी समेत यूपी के कई जिलों में बाढ़ का कोहराम](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202108/varanasi_1-sixteen_nine.jpg)
कॉलोनियों में चल रही नाव, डूबे मकान...वाराणसी समेत यूपी के कई जिलों में बाढ़ का कोहराम
AajTak
पहाड़ी इलाकों पर लैंडस्लाइड की खबरें आ रही हैं, तो मैदानी इलाकों में बाढ़ के हालात हैं. हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी, बंगाल समेत देश के कई राज्य इस वक्त प्रकृति की मार झेल रहे हैं. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी है.
उत्तर भारत (North India) के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश के कारण हालात काफी खराब हो गए हैं. पहाड़ी इलाकों पर लैंडस्लाइड की खबरें आ रही हैं, तो मैदानी इलाकों में बाढ़ के हालात हैं. हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी, बंगाल समेत देश के कई राज्य इस वक्त प्रकृति की मार झेल रहे हैं. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी है. वाराणसी (Varanasi) में गंगा खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. जिसके चलते गंगा तटों के बाद नदी का पानी रिहायशी इलाकों में जा पहुंचा है. वाराणसी में गंगा (Ganga) किनारे और गंगा की सहायक नदी वरुणा के किनारे बसे हजारों घरों में बाढ़ का पानी घुसने से जलप्रलय जैसे हालात पैदा हो चुके है. जिससे बचने के लिए लोगों का पलायन भी शुरू हो चुका है. लोगों बाढ़ प्रभावित स्थानों से कहीं और या फिर बाढ़ राहत शिविरों का रुख कर रहें हैं, लेकिन वहां भी व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है. यूपी के कई जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर के चलते जलप्रलय जैसे हालात पैदा हो चुके हैं. गंगा के अलावा कई नदियां उफान पर हैं, जिससे नदियों के किनारे बने रिहायशी इलाकों में भी पानी घुस चुका है. वाराणसी में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को भी पार कर चुका है और अभी भी बढ़ाव जारी है. वाराणसी में गंगा का जलस्तर 71.36 मीटर दर्ज किया गया है जो खतरे के निशान 71.26 मीटर से 10 सेंटीमीटर ऊपर है.![](/newspic/picid-1269750-20250216071535.jpg)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ.
![](/newspic/picid-1269750-20250216064455.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें 9 महिलाएं और कई बच्चे शामिल हैं. स्टेशन पर बिखरे सामान, जूते और कपड़े इस घटना की गवाही दे रहे हैं. भगदड़ के दौरान लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों और एस्केलेटर पर दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म पर सीमित जगह के कारण स्थिति और भी भयावह हो गई. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061033.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर रेलवे का बयान सामने आया है. नॉर्दर्न रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, प्लेटफॉर्म 14-15 के बीच फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसलने से भगदड़ मच गई. उन्होंने बताया कि इस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061019.jpg)
प्रयागराज में संगम स्नान के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त दबाव देखने को मिल रहा है. हालात को संभालने के लिए RPF और GRP की टीम तैनात है, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050509.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद तस्वीरें सामने आई हैं. अपनी जान बचाने के लिए कई लोगों ने फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म शेड पर छलांग लगा दी, जिससे कई यात्री घायल हो गए. भगदड़ के बाद प्लेटफॉर्म पर जूते, बैग, टूटी चप्पलें और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है, जिसे अब हटाने का काम जारी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050500.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर हुई भगदड़ के भयावह मंजर को याद कर लोगों की रूह कांप रही है. हादसे की गवाह एक महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए निकली थीं. महिला ने कहा कि हम आधे घंटे तक दबे रहे, मेरी ननद की मौत हो गई... हम उसे उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मुंह से झाग आ रहा था.